
Jayalalitha : जयललिता एक मशहूर तमिल अभिनेत्री से कैसे बनी तमिलनाडु की मुख्यमंत्री, जानें रोचक कहानी
Jayalalitha: जयललिता, इस नाम से तो आप सभी वाकिफ ही होंगे। सभी जानते हैं कि जयललिता एक राजनीतिक महिला और एक मुख्यमंत्री के रूप में कितनी स्ट्रॉन्ग पर्सनैलिटी थीं। उन्होंने 14 साल तक तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और 5 दिसंबर 2016 को उनका निधन हो गया था। हालांकि क्या आप जानते हैं कि राजनीति में अपना परचम लहराने वाली जयललिता अपने समय की फेमस अभिनेत्री भी रह चुकी हैं।
जी हां, राजनीति में आने से पहले जयललिता फिल्मी दुनिया में कार्यरत थीं और कई बेहतरीन फिल्मों में अपनी अदाकारी का जलवा भी बिखेर चुकी थीं। ऐसे में आज हम आपको जयललिता के जीवन से जुड़े ही कुछ ऐसे राज बताने वाले हैं, जो शायद ही किसी को पता होंगे।
Jayalalitha ने इस फिल्म से की थी तमिल करियर की शुरुआत
दरअसल, जयललिता का जन्म 24 फरवरी 1948 को हुआ था। जब वह एक साल की हुईं तो उनका नाम जयललिता रखा गया। ऐसा कहा जाता है कि जयललिता का यह नाम मैसूर में उनके दो घरों – ‘जय विलास’ और ‘ललिता विलास’ के नाम पर रखा गया था – जहाँ वह रहती थीं। जयललिता जब मात्र 3 साल की थीं, तब उन्होंने भारतीय शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम सीखना शुरू कर दिया था।
हालांकि उनकी मां देवदती चाहती थीं कि जयललिता एक अभिनेत्री बनें, क्योंकि वो खुद भी एक मशहूर अभिनेत्री थीं। जयललिता की मां ने फिल्मी दुनिया में आने के बाद अपना नाम बदलकर संध्या रख लिया था। ऐसे में महज 15 साल की उम्र में ही जयललिता की मां ने उन्हें तमिल फ़िल्म इंडस्ट्री में अभिनय करने के लिए फोर्स करना शुरू कर दिया।
पढ़-लिखकर वकील बनना चाहती थीं जयललिता
जयललिता ने जब एक्टिंग की दुनिया में प्रवेश किया, तब वह ना सिर्फ एक छात्रा थीं बल्कि राज्य स्तर की टॉपर भी थीं। उन्हें पढ़ाई में बहुत रूची थी और वो पढ़-लिखकर वकील बनना चाहती थीं। हालांकि मां के दबाव के चलते उन्होंने जैसे-तैसे अपनी पहली फिल्म ‘केवल वयस्क’ की और वो फिल्म इतनी बड़ी हिट रही कि वह तमिल फ़िल्म इंडस्ट्री का लोकप्रिय चेहरा बन गईं। हालांकि इस फिल्म के बारे में खास बात यह थी कि उस समय जयललिता खुद 18 साल से कम उम्र की थीं। ऐसे में उन्होंने फिल्म में काम जरुर किया था, लेकिन 18 वर्ष से कम होने के कारण उस समय वह अपनी पहली फ़िल्म खुद नहीं देख पाई थीं।
पहली फिल्म की कामयाबी के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा
हालांकि इस फिल्म के बाद जयललिता के लिए फिल्मी दुनिया के दरवाजे ऐसे खुले की उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। जयललिता ने अपने फिल्मी करियर में कुल 85 तमिल फ़िल्मों में काम किया। इसके अलावा उन्होंने एक हिंदी फ़िल्म ‘इज्जत’ में भी अभिनय किया जो हिट रही थी। इस फ़िल्म में उनके साथ धर्मेन्द्र ने काम किया था।
1 रुपए का वेतन लेने वाली मुख्यमंत्री थीं जयललिता
हालांकि इसके बाद जयललिता ने राजनीति की दुनिया की तरफ रूख किया। वो राजनीति में अपने सह-कलाकार और मेंटर एमजीआर के कहने पर आई थीं। शुरुआत में उन्हें प्रचार सचिव बनाया गया था और उनके राजनीति में शामिल होने पर उन्हें राज्यसभा के लिए नामित किया गया था। हालांकि बाद में उन्होंने तमिलनाडू के मुख्यमंत्री के रूप में चुनाव लड़ा और जीत भी गईं। राजनीति में आने के बाद उनके बारे में सबसे खास बात ये रही कि एक मुख्यमंत्री के रूप में, जयललिता केवल 1 रुपये वेतन के रूप में लिया करती थीं।
उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में अपना पहला वेतन चेक यह कहकर स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि उनके पास “आय के प्रचुर स्रोत हैं और उन्हें वेतन की आवश्यकता नहीं है”। यह कहे जाने पर कि उन्हें लोक सेवक के रूप में वेतन मिलना चाहिए, उन्होंने 1/- रुपये का वेतन स्वीकार किया। इस फैसले ने उन्हें जनता के बीच और भी लोकप्रिय बना दिया।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है जयललिता का नाम
जयललिता का नाम एक गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज है। दरअसल, साल 1995 में मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान, अम्मा ने अपने दत्तक पुत्र सुधाकरन की शादी का एक भव्य आयोजन किया, जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। कहा जाता है कि यह शादी तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में 50 एकड़ के ग्राउंड में की गई थी जिसमें 1.5 लाख से अधिक मेहमानों को आमंत्रित किया गया था।
जयललिता की एक झलक पाने के लिए फैंस की लग जाती थी भीड़
जयललिता सिर्फ एक मशहूर अभिनेत्री ही नहीं बल्कि एक लोकप्रिय राजनीतिक चेहरा भी थीं। ऐसे में उनके चाहनेवालों की कोई कमी नहीं थी, जो उनकी एक झलक पाने के लिए जान छिड़का करते थे। और उनकी इस लोकप्रियता ने तो एक बार उनके 50 से अधिक चाहनेवालों की जान तक ले ली थी। दरअसल, जयललिता एक बार ‘कुंभकोणम’ में महाकम उत्सव में शामिल हुई थीं, जिसे दक्षिण भारत का कुंभ मेला भी कहा जाता है।
ऐसे में उस समय उनकी एक झलक पाने की कोशिश में भारी भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई थी, नतीजा ये रहा कि उन्हें देखने के चक्कर में भीड़ के बीच भगदड़ मच गई, जिसमें 50 से अधिक लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई बुरी तरह घायल हो गए थे।