Recently updated on July 24th, 2024 at 04:51 pm
Financial Literacy : आज के युवा कल का भविष्य है। समय बदल गया है इसलिए ज़रूरत है की पढ़ाने के तरीको में भी कुछ बदलाव हो, ताकि कल का भविष्य उज्जवल हो। वित्तय साक्षरता यानि की फाइनेंसियल साक्षरता क्या महत्व रखती है ये जानना बेहद आवश्यक है। हर किसी को इसका ज्ञान होना ज़रूरी है। फाइनेंसियल साक्षरता एक बहुत ज़रूरी स्किल है जो इंसान को पैसो के बारे में, इंवेस्टमेंट्स और प्लानिंग के बारे में जागरूक करती है।
इस संबंध में किए गए रिसर्चस की माने तो हमारे देश में केवल 27% लोग फाइनेंससली पढ़े लिखे है। ये आंकड़ा बेहद कम है। फाइनेंसियल लिटरेसी को बढ़ावा देने के लिए हर स्कूल को ये पढ़ाना चाहिए। अगर शुरुआत स्कूल से होगी तो बच्चे जल्दी सीखेगें और सक्षम बनेगें। स्कूल में वित्त जानकारी या फाइनेंसियल लिटरेसी के कार्यक्रम लागू करने के अन्य फायदे होते है। इसमें बच्चो को समझाना ज़रूरी है की बजट कैसे बनता है, कैसे बचत करना है और इंवेस्टमेंट्स कैसे की जाती है। इसी के साथ रिटायर होने के लिए बचत करना और क़र्ज़ को कैसे संभाला जाता है। इन मुद्दों का महत्व अगर स्कूल बच्चो को समझायेगा तो देश में फाइनेंसियल लिटरेसी बढ़ेगी और युवा आत्मनिर्भर बनेंगे।
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फाइनेंसियल लिटरेसी जीवन का वो स्किल है जो हर बच्चे में होना चाहिए। इन समस्याओ का हल निकालने के लिए सरकार, पॉलिसिमेकर्स और एडुकेटर्स को साथ मिलकर काम करना चाहिए, ताकि स्कूल के पाठ्यक्रम में फाइनेंसियल लिटरेसी लागू की जा सके। अगर बच्चो को बचपन में ही समझ आ जाए कि पैसे का सही इस्तेमाल कैसे किया जाता है तो वे अपने जीवन में सफल होंगे। पैसा सब कमा लेते है, लेकिन उस पैसे का सही इस्तेमाल और उसे संभालना एक कला है। हमे ये कला अपने बच्चो को जरूर सिखानी चाहिए।