Thursday, November 21, 2024
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Ashadha Masik Shivratri 2023 : आषाढ़ मासिक शिवरात्रि के दिन जरूर करें भोलेनाथ की आराधना, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

Ashadha Masik Shivratri 2023 : सनातन धर्म में आषाढ़ मासिक शिवरात्रि का अपना अलग महत्व है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने के साथ-साथ व्रत भी रखा जाता है। इसके अलावा उनकी अति प्रिय चीजें उन्हें चढ़ाई जाती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आषाढ़ मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है, जो इस बार 16 जून 2023 को रखा जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत रखने से और विधिपूर्वक भगवान शिव (Ashadha Masik Shivratri 2023) की आराधना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही उनके परिवार में कभी भी सुख, शांति, समृद्धि और धन-धान्य की कमी नहीं होती।

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आषाढ़ मासिक शिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 16 जून 2023 को सुबह 08 बजकर 39 मिनट से हो रहा है, जिसका समापन अगले दिन 17 जून 2023 को सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर होगा। ऐसे में आषाढ़ मासिक शिवरात्रि (Ashadha Masik Shivratri 2023) का व्रत 16 जून 2023 को रखा जाएगा।

आपको बता दें कि इस दिन शिव जी की पूजा के कई शुभ मुहूर्त हैं। जो इस प्रकार है-

  • इस दिन प्रात: शिव जी की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 23 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 37 मिनट तक है।
  • वहीं दोपहर में शुभ-उत्तम मुहूर्त 12 बजकर 22 मिनट से लेकर 02 बजकर 07 मिनट तक है।
  • रात में लाभ-उन्नति मुहूर्त 09 बजकर 51 मिनट से लेकर रात 11 बजकर 07 मिनट तक है।
  • इसके अलावा देर रात 12 बजकर 02 मिनट से लेकर 12 बजकर 42 मिनट तक भी पूजा का शुभ मुहूर्त है।

आषाढ़ मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि

  1. मासिक शिवरात्रि के दिन (Ashadha Masik Shivratri 2023) प्रात: काल स्नान आदि से निवृत होने के बाद पवित्र वस्त्र पहने।
  2. इसके बाद घर के पूजा स्थल में एक चौकी पर शिव जी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
  3. फिर शुभ मुहूर्त में शिव जी की पूजा करें और व्रत का संकल्प लें।
  4. इसके बाद भगवान शिव को बेलपत्र, भांग, दूध, मदार पुष्प, धतूरा, शहद, गंगाजल, अक्षत्, फल और मिठाई आदि चढ़ाए। इस दौरान शिव मंत्रों का जाप करें।
  5. अंत में व्रत की कथा सुने और शिव जी की आरती कर पूजा का समापन करें।

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