Recently updated on July 24th, 2024 at 04:51 pm
Year 2024 : साल 2024 को भीषण गर्मी के लिए भी याद किया जाएगा. हम में से बहुत कम लोग ही होंगे जिन्होंने इतनी ज्यादा गर्मी का अनुभव अपने जीवनकाल में इससे पहले किया होगा. वर्तमान में दिल्ली – एनसीऑर समते देश के कई राज्यों में गर्मी ने हाहाकार मचा रखा है. दिल्ल में पारा इस बार 50 को छू गया. लोग इस समय भारी गर्मी और उमस का सामना कर रहे हैं. गर्मी ने लोगों को अपने घरों में रहने को मजबूर कर दिया है. ऐसे में एक सवाल जो सभी के मन में उठ रहा है कि आखिर इस बार इतनी गर्मी क्यों ? क्या आगे आने वाले वर्षों में गर्मी और अपना प्रचंड रूप दिखाएगी ? ये कुछ सवाल वर्तमान में चर्चा का केंद्र बने हुए है. गर्मी का सितम दिन – प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. इससे बचने के लिए हमें कुछ उपाय तो जरूर करना होगा. वर्तमान आधुनिक युग में पेड़ काटे जा रहे हैं पर पेड़ लगाने के बारे में कम ही लोग सोचते है.
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पेड़ों का कम होना वातावरण को ओर गर्म कर रहा है. बड़ी – बड़ी इमारत बनाने के लिए पेड़ काटे जाते हैं पर उन पेड़ो की भरपाई के लिए काफी कम काम या फिर कहें कि न के बराबर ही काम किया जाता है. ऐसे में इस तरही की गर्मी तो हम सभी को झेलनी ही पड़ेगी. चलिए, गांवों में तो हाल फिर भी ठीक है पर क्योकि वहां पेड़ – पौधों की हरियाली ने एक संतुलन बना कर रखा है जिसके कारण गांव के लोग दिल्ली जैसी गर्मी का एहसास फिलहाल नहीं कर रहे हैं. पर शहरों में रहने वालों को सोचना होगा और संकल्प लेना होगा कि साल में कम से कम दो पेड़े वो जरूर लगाए. पेड़े के संख्या उचित मात्रा में होने पर बारिश भी जमकर होती है जिससे मार्च से लेकर अगस्त तक लोगों को गर्मी से प्रयाप्त राहत मिलती है. पेड़ इंसानों के रक्षक हैं ये बात हम हमेशा से सुनते और पढ़ते आए है.
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इसे हमें याद रखना होगा कि पेड़ अगर नहीं रहें तो इंसान का धरती पर रहना मुश्किल हो जाएगा. पेड़ो की रक्षा और वृक्षारोपण अनिवार्य होना चाहिए. इसके लिए लोगों को प्रेरित करने की आवश्यकता है. ग्लोबल वार्मिंग का खतरा तो पहले ही पृथ्वी के लिए चिंता का विषय है. ऐसे में पेड़ो को काटना अन्य प्राकृतिक आपदाएं को बुलावा देगा. ऐसे में हमारे और आपके पास पेड़ लगाने का समाधान है जिसके लिए हम सभी को आगे आगकर लोगों को पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करना होगा. पेड़ो से जीवन है और पेड़ न रहे तो इंसान इसी प्रकार भीषण गर्मी और सूखे को झेलेगा. साल 2024 का नाम जब भी इतिहास में दोहराया जाएगा तो साल 2024 में पड़ी गर्मी को भी याद रखा जाएगा. ऐसे में आइए हम और आप पेड़ लगाने का संकल्प लें और दूसरों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करें.