Soma Pradosh vrat 2023 : हिंदू नववर्ष 2080 का आरंभ हो चुका हैं। इस बार वर्ष 2080 का पहला प्रदोष व्रत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 3 अप्रैल को पड़ रहा है। 3 अप्रैल को दिन सोमवार है, इसलिए इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, प्रदोष व्रत (Pradosh vrat 2023) रखने से व्यक्ति को बुद्धि, आरोग्य, लंबी आयु, धन और संतान आदि की प्राप्ति होती है। साथ ही उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
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जानिए शिव पूजा का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 03 अप्रैल की सुबह 06 बजकर 24 मिनट से हो रहा है, जिसका समापन अगले दिन 04 अप्रैल की सुबह 08 बजकर 05 मिनट पर होगा। ऐसे में उदयातिथि के आधार पर हिंदू नववर्ष का पहला सोम प्रदोष व्रत (Soma Pradosh vrat 2023) 03 अप्रैल 2023 को रखा जाएगा। इस दिन भगवान शिव जी की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 40 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 58 मिनट तक है। इस समय शिव जी की आराधना करने से मनुष्य को जीवन में अपार सफलता मिलती है।
प्रदोष व्रत के दिन बन रहा है शिववास का संयोग
आपको बता दें कि इस बार प्रदोष व्रत (Pradosh vrat 2023) के दिन शिववास भी है। ऐसे में इस दिन रुद्राभिषेक जरूर करें। 03 अप्रैल को शिववास प्रात: काल 06 बजकर 24 मिनट तक कैलाश पर है, जबकि उसके बाद नंदी पर होगा।
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