Exit Poll की क्या है विश्वसनीयता, जानिए इसकी संपूर्ण प्रक्रिया
Exit Poll Reliability : चुनाव में वोटिंग खत्म होने के बाद, चुनाव आयोग मतदान खत्म करने की घोषणा के साथ वोटिंग परसेंटेज की भी घोषणा करता हैं। इसके बाद से ही एग्जिट पोल के अनुमानित नतीजे आने शुरू हो जाते हैं। हालांकि कई लोग एग्जिट पोल को सनसनी मानते है तो कुछ इसे विश्वसनीय भी मानते हैं।
आज हम आपको चुनाव, एग्जिट पोल्स की विश्वसनीयता और ओपिनियन पोल्स के नियम, कानून और अन्य चीजो के बारे में विस्तार से बताएंगे।
जानिए क्या होता है एग्जिट पोल्स
एग्जिट पोल्स (Exit Poll Reliability) में बड़े पैमाने पर वोटरों से बातचीत करके उनके रुझानों के जरिए निष्कर्ष निकालने की कोशिश की जाती हैं। इसी के आधार पर अनुमान लगाया जाता है कि नतीजों का झुकाव आखिर किस ओर है। अब इसे कंडक्ट करने का काम कई बड़ी ऑर्गनाइजेशन कर रहीं हैं। हालांकि इन अनुमानों (Exit Poll Reliability) पर हमेशा ही संदेह रहता है। बता दें कि देश में वोटिंग खत्म होने के डेढ़ घंटे तक एग्जिट पोल्स का प्रसारण नहीं किया जा सकता है।
एग्जिट पोल्स क्या हमेशा सही होते है ..?
एग्जिट पोल्स (Exit Poll Reliability) हमेशा सही हो ये जरूरी नहीं है। कई बार एग्जिट पोल्स के अनुमान से अलग नतीजे आए है। इसलिए एग्जिट पोल्स कई बार गलत भी हो सकते हैं। इसलिए कई देशों में एग्जिट पोल्स पर पूरी तरह से प्रतिबंद है। दुनियाभर के कई देशों में इसे (Exit Poll Reliability) विश्वसनीय भी नहीं माना जाता हैं।
जानिए ओपिनियन पोल्स और एग्जिट पोल्स में क्या है अंतर
ओपनियन पोल्स, वोटिंग से पहले के नतीजे होते हैं। इसमें वोटरों की सोच और वो क्या कर सकते है, इसको जानने के लिए किए जाते हैं। इसमें वोटरों के मन को टटोला जाता है। जबकि एग्जिट पोल्स, वोटिंग के बाद के अनुमान के बारे में बताते हैं।
हालंकि देश में एग्जिट पोल्स (Exit Poll Reliability) कब से किए जा रहें है। इसकी पुख्ता जानकारी नहीं है। कुछ लोगों के मुताबिक, ये देश में वर्ष 1967 में सबसे पहले सामने आए थे तो कुछ 1940 में कहते है।