सिक्किम सीमांत क्षेत्र के नाथू ला बॉर्डर इलाके में आज यानी मंगलवार को भारी भूस्खलन हो गया। इस घटना में छह पर्यटकों की जान चली गई और 11 अन्य घायल हो गए। आशंका जताई जा रही है कि कई पर्यटक अभी भी बर्फ में फंसे हुए हैं। मामले की जानकारी अधिकारियों को दी गई है। यह खतरनाक हिमस्लखन गंगटोक और नाथू ला दर्रा को जोड़ने वाली सड़क पर मंगलवार दोपहर करीब 12 बजकर 20 मिनट पर आया। मिली जानकारी के मुताबिक हिमस्खलन में कुल 80 पर्यटक फंसे हुए थे, जिसमें से 30 को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। फिलहाल 50 और टूरिस्ट को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
पर्यटकों को कराया अस्पताल में किया भर्ती
बर्फ में फंसे टूरिस्टों में से कुछ को बाहर निकालकर प्रदेश की राजधानी गंगटोक के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करा दिया गया है। यहां सभी का इलाज किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक सिक्किम में पिछले महीने से काफी बर्फबारी हो रही है। जिस कारण टूरिस्टों को जवाहरलाल नेहरू रोड पर स्थित 13वें मील प्वॉइंट तक जाने की इजाजत दी गई थी लेकिन पर्यटक प्रतिबंधों के बावजूद 15वें मील प्वॉइंट पर पहुंच गए और हादसे का शिकार हो गए।
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हिमस्खलन क्या है?
हिमस्खलन एक प्रकार की पर्वतीय दुर्घटना है जो जब होती है जब बर्फ या फर्न पहाड़ के शिखर से फिसलकर तेजी से नीचे उतरते हैं। यह वर्षा, नमी या जलवायु परिवर्तन के कारण हो सकता है। हिमस्खलन एक ऐसा मुद्दा है जो ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्रों को प्रभावित करता है जहां बहुत अधिक बर्फ या फर्न होती है। यह एक जोखिम भरी घटना है जो पारिस्थितिकी तंत्र और मानव दोनों के लिए हानिकारक हो सकती है।