Heeramandi: बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर एक्टर और कई टीवी शोज के होस्ट रह चुके एक्टर शेखर सुमन आज के समय में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। शेखर इन दिनों अपनी हालिया रिलीज वेब सीरीज ‘हीरामंडी द डायमंड बाजार’ को लेकर लगाता सुर्खियों में छाए हुए हैं। संजय लीला भंसाली के डायरेक्शन में बनी इस सीरीज में लोगों को शेखर का किरदार काफी पदंस आ रहा हैं।
इस सीरीज से वह लंबे समय बाद स्क्रीन पर नजर आए हैं। वहीं हाल ही में एक बातचीत के दौरान अभिनेता शेखर सुमन ने ‘तवायफों’ और यौनकर्मियों के बीच अंतर समझाया है।
शेखर ने समझाया ‘तवायफों’ और यौनकर्मियों के बीच का अंतर
आपको बता दें कि हाल ही में एक मीडिया चैनल संग इंटरव्यू के दौरान शेखर सुमन ने कहा कि वेश्याओं को अक्सर “गलत नजरिए” से देखा जाता है और उन्हें गलत तरीके से यौनकर्मी करार दिया जाता है। अभिनेता ने दोनों वर्गों को अलग नजरिया देने का आग्रह किया है। शेखर ने कहा, “यह समाज ही है, जिसने उन्हें इस तरह बनाया है।
शो में कई बार यह बताया गया है कि कोई भी महिला अपनी मर्जी से वेश्या नहीं बनती। हालात अक्सर महिला को यौनकर्मी बनने पर मजबूर कर देते हैं। इन सबके बावजूद, समाज में उनका योगदान बहुत बड़ा है… जहां से हम आते हैं, जिस तरह की भूख जो मर्दों में है, उसका जो चैनल होता है, उसकी वजह से समाज बचा रहता है।
अपनी यौन भूख को यौनकर्मियों के माध्यम से मिटाते हैं।शेखर सुमन ने आगे कहा कि पुराने दिनों में, लोगों को हीरामंडी भेजा जाता था, जो एक ‘फिनिशिंग स्कूल’ की तरह था। इसमें लोग “प्राचीन वस्तुएं, शिष्टाचार, प्रेम-प्रसंग की कला, कविता, संगीत और नृत्य” सीखते थे। हीरामंडी का योगदान बहुत बड़ा था, यह एक संस्था थी, लेकिन हमने हमेशा तवायफों को हमेशा वेश्या की तरह देखा है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
सीरीज में नजर आ रहें है ये सितारे
गौरतलब है कि हीरामंडी की बात करें तो मौजूदा समय में यह नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है। शो को लोगों और समीक्षकों का भरपूर प्यार मिल रहा है। संजय लीला भंसाली की मल्टीस्टारर सीरीज ‘हीरामंडी’ में मनीषा कोइराला, सोनाक्षी सिन्हा, अदिति राव हैदरी, ऋचा चड्ढा, शर्मिन सहगल, शेखर सुमन, अध्ययन सुमन समेत कई मशहूर सितारों ने अपनी अदायगी का जलवा दिखाते नजर आ रहे हैं।