Priyanka Gandhi Wadra: वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज अपना नामांकन दाखिल किया। यह उपचुनाव इसलिए हो रहा है क्योंकि राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़कर रायबरेली पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया था। नामांकन के दौरान प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और स्थानीय नेता उपस्थित थे। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रियंका गांधी ने शहर में रोड शो किया, जहां बड़ी संख्या में समर्थक और कार्यकर्ता जुटे।
प्रियंका गांधी के नामांकन को लेकर वायनाड के कांग्रेस सांसद जेबी माथेर ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने कहा, “यह चुनाव वायनाड के लिए गर्व का क्षण है। प्रियंका गांधी का यहां से चुनाव लड़ना कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। यह न केवल वायनाड, बल्कि पूरे केरल के लिए गर्व का विषय है।”
वायनाड सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है। भाजपा ने नव्या हरिदास को अपना उम्मीदवार बनाया है, जिन्होंने पहले ही प्रियंका गांधी को कड़ी चुनौती देने का दावा किया था। नव्या हरिदास ने कहा, “यह चुनाव बहुत अहम होगा। कांग्रेस ने वायनाड की जनता की समस्याओं को नजरअंदाज किया है। राहुल गांधी ने इस क्षेत्र की जनता की समस्याओं का समाधान करने में असफल रहे हैं। अब समय आ गया है कि इस क्षेत्र को एक मजबूत प्रतिनिधि मिले, जो जनता के मुद्दों को सही तरीके से उठाए।”
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नव्या हरिदास के बयान में उन्होंने वायनाड की जनता के सामने कांग्रेस की नाकामियों को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि जब क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं, जैसे भूस्खलन, की घटनाएं हुईं, तब इस क्षेत्र का कोई प्रतिनिधि संसद में जनता के मुद्दों को उठाने के लिए नहीं था। नव्या ने यह भी आरोप लगाया कि गांधी परिवार के लिए वायनाड सिर्फ एक वैकल्पिक सीट है, जहां वे अपनी राजनीतिक स्थिति मजबूत करने के लिए आते हैं, न कि यहां की जनता की समस्याओं को सुलझाने के लिए।
यह उपचुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह प्रियंका गांधी वाड्रा का पहला लोकसभा चुनाव होगा। कांग्रेस पार्टी ने उनसे बड़ी उम्मीदें लगाई हैं। जेबी माथेर ने कहा कि यह केवल चुनाव नहीं, बल्कि वायनाड के लिए एक स्वर्णिम अवसर है। वायनाड के लोग गर्व से कह सकेंगे कि प्रियंका गांधी उनकी सांसद हैं।
उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा के अलावा लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) ने भी सत्यन मोकेरी को उम्मीदवार बनाया है, जो इस मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहा है। सत्यन मोकेरी ने भी कांग्रेस और भाजपा दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि वायनाड की जनता के लिए एक ईमानदार विकल्प की आवश्यकता है।
नव्या हरिदास के अनुसार, यह चुनाव उनके लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनका पहला लोकसभा चुनाव है। उन्होंने कहा, “प्रियंका गांधी से मुकाबला मेरे लिए गर्व की बात है। लेकिन मैं वायनाड की जनता के समर्थन पर पूरा विश्वास करती हूं और उन्हें भरोसा दिलाती हूं कि मैं उनके मुद्दों को पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ उठाऊंगी।”
कुल मिलाकर, वायनाड उपचुनाव कांग्रेस, भाजपा, और एलडीएफ के बीच एक कड़े मुकाबले में तब्दील हो गया है। कांग्रेस के लिए यह चुनाव न केवल प्रियंका गांधी के राजनीतिक करियर की शुरुआत का प्रतीक है, बल्कि यह भी तय करेगा कि गांधी परिवार का वायनाड पर कितना प्रभाव है। वहीं, भाजपा और एलडीएफ इसे अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने का अवसर मान रही हैं।