क्रिसमस के मौके पर यूपी के रामपुर से जबरन धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। यहां स्थानीय चर्च के एक पादरी ने कुछ लोग को जबरन धर्म परिवर्तन जैसे गैर कानूनी कार्य को करने के लिए उकसाया। जिस पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। दरअसल, उत्तर प्रदेश में जबरन धर्मांतरण गैरकानूनी अपराध है। धर्मांतरण कानून के तहत दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को अपराध की गंभीरता के आधार पर 10 साल तक की जेल और जुर्माने की राशि 15 हजार से 50 हजार तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है।
वहीं रामपुर से भी कुछ ऐसा मामला सामने आया है। यहां क्रिसमस के मौके पर धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा था। इस मामले में एक स्थानीय चर्च के एक पादरी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी पादरी पोलो मसीहा पर उत्तर प्रदेश में गैरकानूनी धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
रामपुर के अतिरिक्त डीसीपी संसार सिंह ने कहा कि, “आरोपी के खिलाफ स्थानीय निवासी राजीव यादव की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया था, जिसे जेल भेजा जाएगा।” डीसीपी ने कहा, “स्थानीय पुलिस स्टेशन को सूचना मिली थी कि सिविल लाइंस निवासी एक पादरी पोलो मसीहा अन्य समुदायों के लोगों को इकट्ठा कर रहा है और उनका धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रहा है।” पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम उससे पूछताछ कर रहे हैं और उसे कल जेल भेज दिया जाएगा।”
21 दिसंबर को इसी तरह के एक मामले में सीतापुर पुलिस ने राज्य में कथित रूप से जबरन धर्म परिवर्तन कराने के एक मामले में दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
इससे पहले अक्टूबर में उत्तर प्रदेश पुलिस ने मेरठ में नौ लोगों के खिलाफ ईसाई धर्म में कथित रूप से जबरन धर्मांतरण के लिए प्राथमिकी दर्ज की थी।