Pakistan Train Hijack: जाफर एक्सप्रेस हाईजैक के 24 घंटे बीत चुके हैं और अबतक सिर्फ 155 बंधकों की रिहाई हो सकी है। पाकिस्तानी सुरक्षाबलों और बीएलए लड़ाकों के बीच फायरिंग चल रही है, लेकिन सेना के जवान बड़ी सावधानी के साथ आगे बढ़ रहे हैं क्योंकि लड़ाके सुसाइड बॉम्बर्स का घेरा बनाए हुए हैं। ये ऑपरेशन पाकिस्तानी सेना के लिए चुनौती बनता जा रहा है। वहीं, बलूचिस्तान विद्रोहियों ने पाकिस्तानी सेना को 48 घंटों का अल्टीमेटम दिया है। BLA का दावा है कि उसने सुरक्षाकर्मी समेत 214 बंधकों को पकड़ा है। विद्रोहियों ने धमकी दी है कि अगर सिक्योरिटी फोर्स नहीं हटी तो इन्हें मार दिया जाएगा।
155 बंधकों को सुरक्षित मुक्त कराई पाकिस्तान की सेना
पाकिस्तानी सुरक्षा बल बंधकों को रिहा करने के लिए फुल स्केल ऑपरेशन चलाने वाली है। इसकी जानकारी एक सुरक्षा अधिकारी ने ‘AAFP’ को दी है। उसके मुताबिक पाकिस्तानी सुरक्षा बलों का कहना है कि उन्होंने 27 बलूची विद्रोही मार गिराए हैं और 155 बंधकों को सुरक्षित मुक्त करा दिया है। सुरक्षा बलों का अभियान अभी भी जारी है।
यह घटना उस समय घटी जब जाफर एक्सप्रेस पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी। बलूच लिबरेशन आर्मी ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा, मश्कफ, धादर, बोलन में ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। जहां उसके लड़ाकों ने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया। इसके चलते जाफर एक्सप्रेस को रुकना पड़ा और ट्रेन को नियंत्रण में ले लिया गया। बलूच लिबरेशन आर्मी के मुताबिक, सभी यात्रियों को बंधक बना लिया गया।
बलूचिस्तान क्यों नहीं छोड़ना चाहता पाकिस्तान?
पाकिस्तान के लिए बलूचिस्तान बहुत अहम है क्योंकि यह देश का सबसे बड़ा प्रांत है। बलूचिस्तान में तेल, गैस और खनिज संसाधनों के बड़े भंडार हैं। यह पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। इतना ही नहीं चीन-पाकिस्तान इकॉनमिक कॉरिडोर (CPEC) परियोजना में बलूचिस्तान एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके अलावा मानव संसाधन भी काफी है। ऐसे में पाकिस्तान नहीं चाहेगा कि बलूचिस्तान पाकिस्तान से अलग हो।