भारतीय तेज गेंदबाज Mohammed Shami ने आईसीसी से एक पुराना नियम वापस लाने की मांग की है। कोरोना वायरस के बाद आईसीसी ने कुछ नियमों को बदल दिया है और इससे गेंदबाजों का काम मुश्किल हुआ है। मोहम्मद शमी ने उसी तरफ ध्यान दिलाने का प्रयास किया है। शमी ने कहा कि गेंद पर लार लगाने से तेज गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग में मदद मिलती थी, लेकिन अब गेंदबाज इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते। गेंद पर लार का इस्तेमाल नहीं करने से गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग में परेशानी आ रही है।
कोविड के बाद लार पर प्रतिबंध
दरअसल, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने कोविड-19 महामारी के बाद साल 2022 में क्रिकेट मैचों में लार पर प्रतिबंध लगा दिया था। क्रिकेट मैचों में तेज गेंदबाज लार का इस्तेमाल गेंद के खुरदरे हिस्से को चमकाने के लिए करते हैं। ताकी उन्हें रिवर्स स्विंग हासिल हो सके और उन्हें विकेट ले सकें। शमी अपनी सटीक लाइन और लेंथ के लिए फेमस हैं और रिवर्स स्विंग में माहिर हैं। अब गेंदबाज लार की जगह कई बार पसीने का इस्तेमाल गेंद चमकाने के लिए करते हैं।
शमी ने कहा, “हम रिवर्स स्विंग की कोशिश करते हैं, लेकिन हम गेंद पर लार का इस्तेमाल नहीं कर सकते।” हम लगातार लार के इस्तेमाल की अनुमति मांग रहे हैं और रिवर्स स्विंग से खेल रोचक हो जाएगा। मैं अपनी लय वापस पाने और टीम के लिए अतिरिक्त योगदान देने की कोशिश कर रहा हूं।
चैंपियंस ट्रॉफी में शमी का शानदार प्रदर्शन
बता दें कि मोहम्मद शमी इस समय चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में हिस्सा ले रहे हैं और भारतीय टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन भी कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी का नमूना पेश किया और भारत के लिए सबसे ज्यादा तीन विकेट अपने नाम किए थे।
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