JK Cement Plant: पन्ना स्थित जेके सीमेंट प्लांट में गुरुवार सुबह एक भीषण हादसा हो गया, जिसमें कई मजदूरों की जान चली गई और सैकड़ों घायल हो गए। यह घटना प्लांट के निर्माणाधीन हिस्से में हुई, जहां छत की स्लैब डाली जा रही थी। इस दौरान अचानक भाड़ा (स्कैफोल्डिंग) गिर गया, जिसके कारण 2 से अधिक मजदूरों की मौत हो गई और करीब 50 मजदूर गंभीर रूप से घायल हुए। हादसे के बाद से ही मलबे में फंसे मजदूरों को बचाने का काम जारी है।
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और प्रशासनिक टीमें पहुंच गईं। राहत और बचाव कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया। एम्बुलेंस भी मौके पर तैनात हैं, लेकिन अभी तक घायल मजदूरों को अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका है। मलबे में दबे कई मजदूरों को निकालने का प्रयास जारी है। सुरक्षा के मद्देनजर फैक्टरी के अंदर प्रवेश पूरी तरह से रोक दिया गया है। पुलिस और प्रशासन की टीमें लगातार मलबे में फंसे लोगों को बचाने में जुटी हुई हैं।
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हालांकि, अभी तक मृतकों और घायलों की सटीक संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। प्रशासन ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक सुरक्षा मानकों और निर्माण स्थलों पर सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे हादसों को रोकने के लिए सख्त नियमों और उनके क्रियान्वयन की आवश्यकता है।
जेके सीमेंट प्लांट प्रबंधन ने घटना पर संज्ञान लेते हुए राहत और बचाव कार्य में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है। साथ ही, घायल मजदूरों के इलाज और मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की बात कही गई है। इस हादसे ने क्षेत्र में शोक की लहर पैदा कर दी है, और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
इस तरह की घटनाएं न केवल जानमाल का नुकसान करती हैं, बल्कि औद्योगिक सुरक्षा के प्रति लापरवाही को भी उजागर करती हैं। इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम बनाए जाने चाहिए।