Israel-Palestine War: इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष को लेकर भारत का दृष्टिकोण हमेशा से स्पष्ट रहा है। भारत मिडिल-ईस्ट के इस सबसे जटिल विवाद के निपटारे के लिए ‘टू-नेशन’ समाधान का समर्थन करता है, जिसमें दोनों पक्षों को संप्रभुता मिल सके और शांति स्थापित हो। भारत के लिए इजराइल और फिलिस्तीन दोनों ही महत्वपूर्ण रहे हैं, और इसीलिए भारत का रुख सदैव संतुलित रहा है। इजराइल के साथ भारत के मजबूत कूटनीतिक और सामरिक रिश्ते हैं, वहीं फिलिस्तीन के साथ भी ऐतिहासिक और राजनीतिक संबंध रहे हैं। यही वजह है कि जब-जब फिलिस्तीन को मानवीय सहायता की जरूरत हुई, भारत ने हमेशा मदद का हाथ बढ़ाया है।
फिलिस्तीन के लिए भारत ने भेजी मानवीय सहायता
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, भारत ने फिलिस्तीन के लिए 30 टन मेडिकल सप्लाई भेजी है, जिसमें जीवनरक्षक और एंटी-कैंसर दवाइयां शामिल हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस सहायता की जानकारी साझा करते हुए इसे मानवीयता का प्रतीक बताया। यह मानवीय सहायता फिलिस्तीन की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए भेजी गई है, ताकि गाजा में संघर्षग्रस्त नागरिकों को राहत मिल सके।
लगातार मदद पहुंचा रहा है भारत
भारत ने अक्टूबर 2022 में इस संघर्ष की शुरुआत के समय से ही गाजा के निवासियों के लिए सहायता भेजना शुरू किया था। पिछले वर्ष भारत ने फिलिस्तीन को 3.5 करोड़ डॉलर की आर्थिक सहायता भी भेजी थी, वहीं इस साल जुलाई में संयुक्त राष्ट्र की राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) को 25 लाख डॉलर की पहली किश्त जारी की गई। अक्टूबर 2023 में भी भारत ने फिलिस्तीन को 30 टन राहत सामग्री भेजी थी जिसमें दवाइयाँ, सर्जिकल उपकरण, डेंटल उत्पाद, और हाई-एनर्जी बिस्कुट जैसी आवश्यक सामग्री शामिल थी।
भारत की ओर से भेजी जाने वाली ये सामग्रियां पहले मिस्र के रास्ते भेजी जाती हैं। मिस्र से ये सामग्री रफाह बॉर्डर के माध्यम से गाजा पहुंचाई जाती है, जहाँ UNRWA जैसी एजेंसियां इन सामग्रियों का वितरण करती हैं। यह मदद फिलिस्तीनी लोगों की प्राथमिक आवश्यकताओं को पूरा करने और उनके जीवन को सामान्य करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
गाजा में जरूरी दवाओं की भारी कमी
गाजा के स्वास्थ्य तंत्र पर इस समय भारी संकट का दौर है। यूनाइटेड नेशन्स की रिपोर्ट्स के अनुसार, संघर्ष में घायल हुए लोगों के लिए चिकित्सा सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं। इजराइल द्वारा जरूरी मेडिकल और खाद्य सामग्रियों के ट्रकों को रोकने की वजह से गाजा के लोगों के लिए स्थिति गंभीर बन गई है। ऐसे में, भारत की ओर से भेजी जा रही दवाइयों और अन्य राहत सामग्रियों से उन्हें आंशिक राहत मिलने की उम्मीद है। भारत का यह कदम दिखाता है कि वह मानवता के प्रति अपने दायित्व को समझता है और मदद को लेकर प्रतिबद्ध है।
भारत का संतुलित रुख और अंतर्राष्ट्रीय संबंध
इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष के संदर्भ में भारत का संतुलित दृष्टिकोण उसकी परिपक्व विदेश नीति को दर्शाता है। इजराइल और फिलिस्तीन दोनों के साथ मधुर संबंध बनाए रखते हुए भारत ‘टू-स्टेट’ समाधान का समर्थन करता है। यह नीति न केवल भारत के अपने हितों की रक्षा करती है, बल्कि क्षेत्रीय शांति के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण भी प्रस्तुत करती है।
भारत ने हमेशा ऐसे विवादों का समाधान शांतिपूर्ण वार्ताओं और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के पालन के माध्यम से तलाशने का समर्थन किया है।