Maya OS: साइबर अपराधिक मामले लगातार बढ़ते जा रहै हैं। आय दिन मॉलवेयर और वायरस के चलते हैकर्स बड़े से बड़े खतरे को अंजाम देते हैं। भारत में ज्ञान और टेक्नोलॉजी के अभाव के चलते इस तरह के अपराध बढ़ते ही चले जा रहे हैं। पहले भारत की बड़ी बड़ी ऐजेंसिया तथा सरकारी दफ्तर तकर सुरक्षित नहीं थे। यहां तक की वायु और जलसेना के जवानों द्वारा इंस्तेमाल की जाने वाली पीसी और कम्प्यूटर भी सुरक्षित नहीं थे। हालांकि, इसपर सरकार काम कर रही है और सरकार को एक बड़ी सफलता भी मिली है।
दरअसल, सरकार ने अब निश्चय किया है कि वो सेना से जुड़े सभी कम्प्यूटर में स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम MayaOS इनस्टॉल किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि सेना से जुड़े सभी कम्प्यूटर्स से विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम हटाया जाएगा और इसके बदले स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम MayaOS से उन्हें जोड़ा जाएगा।
विंडोज से क्या है खतरा ?
दुनिया भर में अधिकांश पीसी यूजर्स द्वारा विंडोज का उपयोग किए जाने के कारण, यह हैकर्स का प्राथमिक लक्ष्य है। विचार करने का एक अन्य पहलू यह है कि, जब ईमेल, यूएसबी पेन ड्राइव, पोर्टेबल हार्ड ड्राइव, राउटर या किसी अन्य अंतिम डिवाइस या प्लेटफॉर्म के माध्यम से डेटा का आदान-प्रदान किया जाता है, तो हैकर्स आमतौर पर विंडोज पेलोड संचारित करते हैं क्योंकि इसकी लोकप्रियता के कारण संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
यह भी पढ़ें : 5G Network के नाम पर हो रहें धोखाधड़ी से रहें सावधान, वरना आपके खाते से गायब हो सकते हैं पैसे
MayaOS क्या है और यह कैसे काम करता है ?
MayaOS भी एक तरह का ऑपरेटिंग सिस्टम है। जैसे आप अपने लैपटॉप और कंप्यूटर में विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम या मैक ऑपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल करते हैं, ठीक उसी तरह MayaOS भी काम करेगा। MayaOS को उबंटू प्लेटफार्म पर तैयार किया है। आपको बता दें कि उबंटू को सबसे सुरक्षित ऑपरेटिंग सिस्टम माना गया है।
किसने तैयार किया है यह ऑपरेटिंग सिस्टम ?
MayaOS नाम हिंदी के भ्रम शब्द से लिया गया है। ऐसा कहा जाता है कि माया नाम उन हैकरों के विचार को दर्शाता है, जो रक्षा मंत्रालय की प्रणाली में सेंध लगाने की कोशिश करते समय भ्रम का सामना करते हैं। एटीएम मशीन वगैरह में भी इसी का इस्तेमाल होता है। MayaOS को डिफेंस मिनिस्ट्री ने डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ), नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर और सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग के साथ मिलकर तैयार किया है। MayaOS काफी हद तक विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह है। इसे भी कोई खुद अपडेट कर सकता है और आसानी से काम कर सकता है।
क्या है Maya OS का चक्रव्यू फीचर ?
ऑपरेटिंग सिस्टम MayaOS का एक खास फीचर है जिसे चक्रव्यू नाम दिया गया है। ये एक एंड प्वाइंट एंटीमैलवेयर एंटीवायरस सॉफ्टवेयर है जो यूजर और इंटरनेट के बीच एक वर्चुअल लेयर बनाता है जिससे हैकर सेंसेटिव डाटा को सिस्टम से हैक नहीं कर सकते। यानी एक तरीके से ये सिक्योरिटी लेयर की तरह काम करता है। भारतीय नौसेना ने इस OS को हर झड़ी दे दी है जबकि वायुसेना और आर्मी इसपर काम कर रही है।
सभी डिफेंस कंप्यूटरों में इसे लगाने का है लक्ष्य
MayaOS ऑपरेटिंग सिस्टम का फिलहाल परीक्षण किया जा रहा है और इसे जल्द सभी डिफेंस कंप्यूटर्स में इंस्टॉल किया जाएगा। फिलहाल माया ऑपरेटिंग सिस्टम को साउथ ब्लॉक में मौजूद सभी कंप्यूटर पर 15 अगस्त से पहले इंस्टॉल करने का लक्ष्य है। इसमें चक्रव्यूह प्रोटक्शन सिस्टम भी शामिल है। शेष कंप्यूटर पर इस साल के अंत तक ये ऑपरेटिंग सिस्टम इंस्टॉल किया जाएगा।
यह भी पढ़ें : गूगल पर बढ़ा साइबर क्राइम खतरा, कस्टमर केयर के रूप में हो सकती है धोखाधड़ी