चीन द्वारा भारतीय जमीन पर अतिक्रमण का प्रयास एक बार फिर विफल हुआ। भारत के सैनियों ने चीन के जवानों की इस कौशिश को नाकाम कर चीन को मुंहतोड़ जवाब देने का काम किया है। दरअसल, नौ दिसंबर शुक्रवार को पीएलए के सैनिक अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में घुसे, जिसके बाद भारत ने पूरी ताकत से जवाबी कारवाई की। चीन और भारत के सैनिकों के बीच हुए इस झड़प में दोनों पक्षों के सैनिकों के घायल होने की खबर है।
ऐसा पहली बार नहीं है कि चीन ने इस तरह की हिमाकत की हो। इससे पहले भी दिसंबर 2021 में भी ड्रेगन ( चीन ) ने अरुणाचल के 15 इलाकों के नाम बदल दिए थे। बात अगर ताजा मामले की करें तो चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवानों ने तवांग सेक्टर में 9 दिसंबर को एलएसी पार करने की कोशिश की लेकिन वे सफल न हो सके क्योकि भारतीय सैनिकों ने चीनी जवानों को खदेड़ दिया। इस संबंध सामने आए रिपोर्टस के मुताबीक संघर्ष के दौरान दोनो पक्षों मे तकरीबन 30 सैनिको के घायल होने की खबर है। घायलों में ज्यादा संख्या चीनी सैनिकों की बताई जा रही है। सेना सूत्रों के मुताबिक घटना के समय दूसरी तरफ करीब 600 चीनी सैनिक मौजूद थे।
इस संंबंध में सेना के सूत्रों ने बताया कि एलएसी पर हुई इस झड़प के तुरंत बाद भारत और चीन के तवांग सेक्टर के सैन्य कमांडरों के बीच सीमा पर शांति बहाली के लिए फ्लैग मीटिंग भी हुई। इसके तहत शांति और स्थिरता कायम करने पर चर्चा की गई।
विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार को घेरा
तवांग में चीनी सैनिकों के साथ झड़प की ख़बरों पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुई झड़प (Arunachal LAC Clash) को लेकर मोदी सरकार को अपने निशााने पर लिया है। कांग्रेस ने ट्वीट किया, “अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत-चीन के सैनिकों के बीच झड़प की ख़बर है. वक्त आ गया है कि सरकार ढुलमुल रवैया छोड़कर सख्त लहजे में चीन को समझाए कि उसकी यह हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी.”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट किया, सरकार पर सवाल किया है कि सरकार ने इतने दिनों तक झड़प के बारे में सूचना क्यों छिपाए रखी जबकि संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘सरकार को इस मुद्दे पर संसद में चर्चा कराकर देश को भरोसे में लेना चाहिए। हम अपने जवानों की वीरता और बलिदान के ऋणी हैं।’ इतना ही नहीं, कांग्रेस ने पीएम मोदी का वो पुराना बयान भी उछाला है, जिसमें पीएम ने कहा था कि हमारी जमीन में कोई नहीं घुसा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में दिया बयान
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा लोकसभा में कहा कि, 09 दिसंबर 2022 को पीएलए गुट ने तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में एलएसी पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास किया। चीन के इस प्रयास का हमारी सेना ने दृढ़ता के साथ सामना किया। इस झड़प में हाथापाई हुई। रक्षा मंत्री ने कहा कि इस घटना के पश्चात क्षेत्र के स्थानीय कमांडर ने 11 दिसंबर 2022 को अपने चीनी समकक्ष के साथ स्थापित व्यवस्था के तहत एक फ्लैग मीटिंग की और इस घटना पर चर्चा की। राजनाथ सिंह ने कहा कि चीनी पक्ष को इस तरह के एक्शन के लिए मना किया गया और सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए कहा गया। इस मुद्दे को चीनी पक्ष के साथ कूटनीतिक स्तर पर भी उठाया गया है।