India: भारत दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है, जिसकी आबादी 141.72 करोड़ तक पहुंच चुकी है। देश की अर्थव्यवस्था भी 5वीं सबसे बड़ी बन चुकी है, लेकिन जब राज्यों के आर्थिक योगदान की बात आती है, तो कुछ ही राज्य इस विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के सदस्य संजीव सान्याल और आकांक्षा अरोड़ा ने ‘रिलेटिव इकनॉमिक परफॉर्मेंस ऑफ इंडियन स्टेट’ रिपोर्ट जारी की है, जिसमें राज्यों के आर्थिक प्रदर्शन का विस्तृत विश्लेषण किया गया है।
जीडीपी में शीर्ष योगदान देने वाले राज्य
भारत की अर्थव्यवस्था में सात राज्य मिलकर 50% से अधिक का योगदान देते हैं। इन राज्यों में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु शामिल हैं। इनका संयुक्त योगदान अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में अहम भूमिका निभाता है।
प्रमुख योगदानकर्ता राज्य:
- महाराष्ट्र – 13.9%
- गुजरात – 8.6%
- उत्तर प्रदेश – 8.4%
- कर्नाटक – 7.9%
- आंध्र प्रदेश – 7.2%
- तेलंगाना – 7.0%
- तमिलनाडु – 6.8%
इनमें दक्षिण भारत के चार राज्य – कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु – अकेले ही 30% जीडीपी का योगदान देते हैं।
प्रति व्यक्ति आय में अग्रणी राज्य
देश में आर्थिक विकास केवल समग्र जीडीपी से नहीं आंका जाता, बल्कि प्रति व्यक्ति आय भी इसका एक महत्वपूर्ण मानक है। रिपोर्ट के अनुसार, गोवा प्रति व्यक्ति आय के मामले में सबसे आगे है।
प्रति व्यक्ति आय (राष्ट्रीय औसत = 100%)
- गोवा – 300%
- तेलंगाना – 193.6%
- कर्नाटक – 181%
- तमिलनाडु – 171%
- गुजरात – 160.7%
- महाराष्ट्र – 150%
- दिल्ली – 150%
इन राज्यों में प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है, जो इनके आर्थिक विकास और औद्योगीकरण का प्रमाण है।
सबसे कम प्रति व्यक्ति आय वाले राज्य
कुछ राज्य अब भी आर्थिक रूप से पिछड़े हुए हैं और वहां प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से काफी कम है। बिहार और उत्तर प्रदेश इस मामले में सबसे पीछे हैं।
निम्नतम प्रति व्यक्ति आय वाले राज्य:
- बिहार – 33%
- उत्तर प्रदेश – 50.8%
- पश्चिम बंगाल – 83.7%
हालांकि, ओडिशा ने पिछले 10 वर्षों में बड़ी छलांग लगाई है और इसकी प्रति व्यक्ति आय 54% से बढ़कर 88.5% हो गई है।
सिक्किम: एक चौंकाने वाला प्रदर्शन
सिक्किम ने सबसे अधिक प्रगति दिखाई है। जहां एक दशक पहले इसकी प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से भी कम थी, वहीं अब इसमें 320% की वृद्धि दर्ज की गई है। यह राज्य भारत के सबसे तेज़ी से उभरते आर्थिक केंद्रों में से एक बन गया है।
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रिपोर्ट स्पष्ट रूप से दिखाती है कि भारत में आर्थिक असमानता अभी भी एक प्रमुख मुद्दा है। जहां महाराष्ट्र, गुजरात, और दक्षिणी राज्य जीडीपी में सबसे अधिक योगदान दे रहे हैं, वहीं बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्य अब भी पिछड़े हुए हैं। सिक्किम और ओडिशा जैसे राज्यों की प्रगति से यह उम्मीद बंधती है कि अगर सही नीतियों को अपनाया जाए तो अन्य पिछड़े राज्य भी आर्थिक रूप से मजबूत हो सकते हैं।