Monday, April 28, 2025
MGU Meghalaya
HomeभारतUSCIRF Report on RAW: अमेरिकी आयोग को भारत का जवाब, RAW को...

USCIRF Report on RAW: अमेरिकी आयोग को भारत का जवाब, RAW को लेकर USCIRF की रिपोर्ट की खारिज

USCIRF Report on RAW: अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) की रिपोर्ट को भारत ने खारिज कर दिया है। दरअसल, भारत में अल्पसंख्यकों के खिलाफ भेदभाव पर चिंता जताते हुए अमेरिकी आयोग ने RAW पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है। USCIRF ने RAW पर आरोप लगाया है कि वह एजेंसी कथित तौर पर सिक्ख अलगाववादियों के खिलाफ हिंसा में शामिल रही है। हालांकि, भारत सरकार और RAW ने इन आरोपों को निराधार बताया है।

भारत ने सख्ती से USCIRF की रिपोर्ट को किया खारिज

भारत ने अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) की रिपोर्ट को सख्ती से खारिज करते हुए कहा कि इस आयोग को खुद ‘चिंता का विषय’ घोषित किया जाना चाहिए। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमने हाल ही में जारी की गई अमेरिकी अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) की 2025 की वार्षिक रिपोर्ट देखी है, जिसमें एक बार फिर पक्षपातपूर्ण और राजनीति से प्रेरित आकलन जारी करने का अपना तरीका जारी रखा गया है।”

“USCIRF द्वारा अलग-अलग घटनाओं को गलत तरीके से प्रस्तुत करने और भारत के जीवंत बहुसांस्कृतिक समाज पर संदेह जताने के लगातार प्रयास धार्मिक स्वतंत्रता के लिए वास्तविक चिंता के बजाय एक जानबूझकर किए गए एजेंडे को दर्शाते हैं।” गौरतलब है कि अमेरिकी आयोग की ये टिप्पणी भारत की आंतरिक राजनीति और सुरक्षा संबंधी मामलों में दखल देने की कोशिश मानी जा सकती है, जो भारतीय सरकार के लिए विवादास्पद हो सकता है।

 

क्या है भारत का रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW)

बता दें कि रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) भारत की प्रमुख विदेशी खुफिया एजेंसी है, जो भारतीय सुरक्षा और विदेशी खुफिया जानकारी जुटाती है। इसे 1968 में स्थापित किया गया था और इसका उद्देश्य भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करना है। रॉ (RAW) प्रमुख रूप से आतंकवाद, बाहरी खतरों, और भारतीय सुरक्षा से जुड़े मामलों पर काम करती है और पाकिस्तान, चीन जैसे देशों के खिलाफ खुफिया जानकारी जुटाने में सक्रिय रहती है।

ये भी पढ़ें: India-America Relations: भारत को ट्रंप से क्यों है खतरा? भारत के इन उद्योगों पर पड़ेगा बुरा असर

- Advertisment -
Most Popular