Grandmaster Pragyanand : भारतीय शतरंज अपने सवर्ण काल में चल रहा है। अभी हाल ही में ग्रांडमास्टर गुकेष सबसे कम उम्र में वर्ल्ड चैंपियन बने है। इसी बीच शतरंज की दुनिया से एक और बड़ी खबर आई। दरअसल, ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानंद ने टाटा स्टील शतरंज में वर्ल्ड चैंपियन गुकेष को हराकर विजेता बने है।
जीतने के बाद क्या बोले प्रज्ञानंद
प्रज्ञानंद ने जीतने के बाद कहा कि, ‘यह बहुत लंबा था। करीब आठ घंटे पहले बाजी ही लगभग साढ़े छह घंटे तक चली और फिर ब्लिट्ज बाजी, यह एक अजीब दिन था। शतरंज की दुनिया में यह एक बहुत ही खास प्रतियोगिता है और मैंने बड़े होते हुए इस टूर्नामेंट के मुकाबले देखे हैं। पिछले साल चीजें मेरे हिसाब से नहीं रहीं थी इसलिए मैं इस टूर्नामेंट के लिए प्रेरित था।
उन्होंने कहा कि, मुझे पता है कि इन 6 महीनो में मैंने क्या गलती की है। मैंने उन गलती में काम करूंगा। प्रज्ञानंद ने कहा की मैंने इस खेल के लिए मैंने कुछ बदलाव किये। जो मुझे खेल के दौरान काफी काम आये। प्रज्ञानंद ने बताया कि वह अब प्राग मास्टर्स में शामिल करेंगे।
टाईब्रेकर की दोनों स्थिति में पहले प्रज्ञानंद हार गए मगर दूसरी बाज़ी में गुकेष ज़्यादा महत्वकांशी हो गए जिसकी वजह से वह दूसरे दूसरे टाईब्रेकर राउंड में हर गए। उन्होंने जो जर्मनी के विन्सेंट कीमर के खिलाफ हारने पर जो गलतिया की उस पर भी बात करी। प्रज्ञानानंद ने स्वीकार किया कि उन्होंने कुछ अजीबोगरीब हरकत कीं। यह उनके लिए बहुत निराशाजनक था।