कई माता पिता की ये चाह होती है कि उनकी संतान गोरी पैदा हो। ये मानसिकता आज भी कई जगहों पर मौजूद हैं। लेकिन क्या आप ऐसी जगह जानते है जहां गोरी संतान होते ही उनके मां बाप बच्चे को मार देते है। जी हां आपने सही पढ़ा है, हम बात कर रहे है एक ऐसी जनजाति की जो केवल अंडमान में पाई जाती है। यहां गोरा होना एक अभिशाप है। चलिए जानते है इसके पीछे की रोचक वजह..
अंडमान की मशहूर जनजाति में गोरा होना क्यों है अभिशाप
भारत के केन्द्र शासित प्रदेश अंडमान में जारवा जनजाति के लोगों में गोरी संतान को अभिशाप माना जाता था। दरअसल, यहां अगर किसी के घर में कोई भी गोरा बच्चा पैदा होता है तो बच्चे के माता पिता ही उसे जन्म के समय ही मार देते हैं। माना जाता है कि, इस जनजाति के सभी लोग एक ही रंग यानी बेहद काले रंग के होते है। इस कारण गोरी संतान को अशुद्धता के रूप में देखा जाता है।
जारवा जनजाति में अगर बच्चे की मां विधवा हो जाए या फिर महिला का पति दूसरे समुदाय का हो तो उससे हुए बच्चे को मार दिया जाता है। इस प्रकार की संतानों को समुदाय में अपवित्र माना जाता है। बता दे कि, इस जनजाति के लोग अपनी समुदाय की शुद्धता बनाए रखने के लिए ऐसा करते है।
90 की दशक में दुनिया के संपर्क में आई जारवा जनजाति
बता दे कि यह जनजाति एक अनोखी जनजाति है। यह 90 के दशक में पहली बार दुनिया के संपर्क में आई थी। लेकिन इस जनजाति में बाहर के लोगों का प्रवेश करना साफ माना है। वहीं इस जनजाति के लोगों में गोरे बच्चों को जन्म के समय ही मारने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।