Madhubala: मधुबाला, हिंदी सिनेमा की एक ऐसी बेहतरीन और हसीन अदाकारा का नाम, जिनकी एक अदा पर कई एक्टर्स दिल हार बैठते थे। मधुबाला सिर्फ खूबसूरत ही नहीं, बल्कि सुंदरता की एक मिसाल थीं। यहां तक कि ये कहना भी गलत नहीं होगा कि उनके जैसा ना तो कोई अब तक हुआ है और शायद न कभी हो। हालांकि ये बेहद ही दिलचस्प बात है कि जिस मधुबाला का जन्म प्यार के दिन यानी 14 फरवरी यानी वेलेंटाइंस डे के दिन हुआ थी, उन्हें खुद की लव लाइफ में एक के बाद एक कांटों और मुश्किलों का सामना करना पड़ा। मधुबाला धर्म से एक मुस्लिम थी और उनका असली नाम मुमताज जहां बेगम देहलवी था। हालांकि हिंदी सिनेमा में हिंदु धर्म का प्रचलन होने के कारण उन्होंने अपना नाम मधुबाला रख लिया था।
छोटे विवाद के चक्कर में टूट गया था दिलीप कुमार-मधुबाला का रिश्ता
मधुबाला की लव लाइफ में यूं तो पहला नाम एक्टर प्रेमनाथ का था, लेकिन उनका यह रिश्ता महज 6 महीने चला। इसके बाद मधुबाला की जिंदगी में दिलीप कुमार की एक्टिंग हुई। दोनों की फिल्म मुगल-ए-आजम तो सभी को याद ही होगी। इस फिल्म ने प्यार को एक अलग परिभाषा दे दी, जिसमें अनारकली के किरदार में मधुबाला और सलीम के किरदार में दिलीप कुमार ने पर्दे पर ऐसा जादू बिखेरा जो सालों साल तक फैंस के दिलों पर छाया रहा। हालांकि क्या आप जानते हैं कि दिलीप कुमार और मधुबाला पर्दे पर सलीम और अनारकली का किरदार निभाते-निभाते रियल लाइफ में भी एक-दूसरे को दिल दे बैठे थे। जी हां, दिलीप कुमार और मधुबाला एक समय में एक-दूसरे से बेइंतहां प्यार करते थे और दोनों ने सगाई तक कर ली थी। हालांकि घमंड और शर्त की लड़ाई में मधुबाला और दिलीप कुमार का प्यार गेंहु में घुन की तरह पिस गया और 9 साल तक साथ रहने के बाद दोनों की राहें जुदा हो गईं। कहने वाले कहते हैं इस ब्रेकअप ने मधुबाला को अंदर तक बुरी तरह से तोड़ दिया था।
धर्म की वजह से अलग हो गए थे प्रेमनाथ और Madhubala
गौरतलब है कि हमारा भारतीय समाज चाहे लाख आपसी बराबरी और हिंदु-मुस्लिम भाईचारे की बात कर ले, लेकिन इस समाज का कड़वा सच तो यही है कि जब बात दिल, प्यार और रिश्ते पर आती है तो जात और धर्म सभी के लिए इंसान की जान से बढ़कर हो जाते हैं। गौर करने वाली बात तो यह है कि मधुबाला का पहला प्यार यानी मधुबाला और प्रेमनाथ का प्यार भी इसी दकियानुसी सोच के हत्थे चढ़ के खत्म हो गया था। प्रेमनाथ से उनका रिश्ता 6 महीने में ही इसलिए टूट गया, क्योंकि दोनों के धर्म अलग-अलग थे। प्रेमनाथ चाहते थे कि मधुबाल हिंदू धर्म अपना ले। हालांकि पर्दे, पैसे, नाम और शौहरत के लिए नाम बदलना और असल जिंदगी में धर्म बदलना दो अलग-अलग बातें हैं। खैर नतीजा ये रहा कि दोनों का प्यार धर्म विविधता की बलि चढ़ गया।
9 साल पुराना रिश्ता क्यों हुआ था खत्म?
वहीं इसके बाद मधुबाला की लाइफ में दिलीप कुमार की एंट्री हुई। इस बार सब ठीक था, क्योंकि दिलीप कुमार भी असल जिंदगी में मुस्लिम ही थे। उनका असली नाम युसुफ खान है, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में आकर उन्होंने भी अपना नाम बदल लिया था। बताया जाता है कि दिलीप कुमार और मधुबाला ने सगाई भी कर ली थी। बस अब निकाह पढ़ा जाना बाकी था। लेकिन तभी 9 साल के बाद यह रिश्ता टूट गया और इसका कारण था दिलीप कुमार और मधुबाला के पिता के बीच का मतभेद। दोनों के इस मतभेद में मधुबाला भी कूद पड़ी थी और शर्त के बिनाह पर रिश्ता जोड़ना चाहती थी, लेकिन ऐसा हो ना सका और दोनों अलग हो गए।
ये भी पढ़े: Raj Kapoor : जब राजकपूर को रियल लाइफ में सरेआम पड़ा था थप्पड़, क्या थी उनकी गलती?
मधुबाला के पिता के घमंड ने शुरू किया था विवाद
दरअसल, दिलीप कुमार और मधुबाला ने उस समय बीआर चोपड़ा की फिल्म ‘नया दौर’ साइन की थी, जिसके लिए ग्वालियर में 40 दिनों की शूटिंग होनी थी। दोनों लीड एक्टर्स ने इस बात पर सहमती जताई थी और इसके लिए साइनिंग अमाउंट भी जारी कर दिया गया था। हालांकि तभी मधुबाला के पिता अताउल्लाह खान ने बेटी को ग्वालियर भेजने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि बेटी के लिए यह सुरक्षित नहीं है और वो चाहते थे कि फिल्म की शूटिंग मुंबई में ही स्टूडियो में हो, लेकिन यह बात डायरेक्टर बीआर चोपड़ा को मंजूर नहीं थी।
कोर्ट-कचहरी के चक्कर में पिसकर रह गया था सलीम-अनारकली का रिश्ता
आखिरकार, अताउल्लाह खान की जिद के कारण ‘नया दौर’ फिल्म से मधुबाला को हटा दिया गया और उनकी जगह वैजयंतीमाला को कास्ट कर लिया गया। हालांकि ये बात भी मधुबाला के पिता को हजम नहीं हुई और अताउल्लाह खान ने कॉन्ट्रैक्ट तोड़ने के लिए बीआर चोपड़ा के खिलाफ केस दर्ज कर दिया। अब इसके जवाब में बीआर चोपड़ा ने भी काउंटर मुकदमा दायर किया। इस कोर्ट और कचहरी के चक्कर में चाहे जिसका भी फायदा हुआ हो, लेकिन असली नुकसान तो मधुबाला और दिलीप कुमार के रिश्ते को हुआ, जो इस मतभेद की बलि चढ़ गया, क्योंकि दिलीप कुमार ने इस मामले में मधुबाला के पिता को सपोर्ट ना करके बीआर चोपड़ा का साथ दिया।
दोनों में से कौन था सही और कौन गलत?
मधुबाला के परिवार वाले हमेशा इस अचरच में रहे कि आखिर दिलीप कुमार ने तब मधुबाला का साथ क्यों नहीं दिया। ऐसा कहा जाता है कि दिलीप कुमार और मधुबाला शादी करने के लिए तैयार थे, लेकिन दिलीप कुमार ने यह शर्त रखी थी कि एक्ट्रेस को अपने पिता को छोड़ना होगा, जबकि मधुबाला चाहती थीं कि दिलीप कुमार उनके पिता अताउल्लाह खान से माफी मांगें। दोनों में से किसी ने एक-दूसरे की बात समझने की कोशिश तक नहीं की और आखिरकार अभिमान और घमंड के चक्की में पिसकर दोनों का 9 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया।