Delhi Assembly Elections 2025 के लिए 5 फरवरी को मतदान संपन्न हुआ और 8 फरवरी को परिणाम घोषित किए जाएंगे। मतदान समाप्त होने के साथ ही विभिन्न एग्जिट पोल के आंकड़े भी सामने आ चुके हैं, जिस पर राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
कांग्रेस का रुख
कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल ने 6 फरवरी 2025 को कहा कि उन्हें एग्जिट पोल पर भरोसा नहीं है और वे सिर्फ नतीजे आने के बाद ही इस पर टिप्पणी करेंगे। जब उनसे पूछा गया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल में कांग्रेस की संभावनाएं कैसी हैं, तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी पार्टी एग्जिट पोल पर विश्वास नहीं करती। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस ने दिल्ली की कुछ सीटों पर कड़ी टक्कर दी है और उन्हें अपने नेताओं पर पूरा भरोसा है।
आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन ?
जब वेणुगोपाल से यह सवाल किया गया कि यदि जरूरत पड़ी तो क्या कांग्रेस आम आदमी पार्टी (AAP) का समर्थन लेगी, तो उन्होंने जवाब दिया कि पहले चुनावी नतीजे सामने आने दें, उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
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संदीप दीक्षित की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी एग्जिट पोल को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस बार दिल्ली में अच्छा चुनाव लड़ा है और 8 फरवरी के नतीजों का इंतजार करना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस, जिसे दिल्ली में पहले ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता था, अब राजधानी के चुनावी समीकरण बदलने में सक्षम हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि जब राजनीतिक समीकरण बदलने लगते हैं, तो संभावनाएं भी कहीं भी जा सकती हैं।
चुनावी समीकरण
इस चुनाव में मुख्य रूप से तीन दलों – आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच प्रतिस्पर्धा रही है। दिल्ली की जनता ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर फैसला कर दिया है, जिसका परिणाम 8 फरवरी को स्पष्ट होगा।
चुनावी नतीजों से पहले विभिन्न राजनीतिक दल अपने-अपने दावों और संभावनाओं को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस फिलहाल किसी भी गठबंधन या समर्थन की संभावना से इनकार कर रही है और केवल अंतिम परिणाम आने के बाद ही आगे की रणनीति तय करेगी। अब सभी की निगाहें 8 फरवरी के चुनावी परिणामों पर टिकी हैं, जो दिल्ली की अगली सरकार की दिशा तय करेंगे।