कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ती ही चली जा रही हैं। मानहानि मामले में सूरत कोर्ट के फैसले के बाद अब राहुल को संसद सदस्यता से भी हाथ धोना पड़ा। जी हां, शुक्रवार को राहुल की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है। आपको बता दें कि लोकसभा सचिवालय से इस संबंध में शुक्रवार को एक पत्र जारी किया है। राहुल केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद हैं।
राहुल गांधी को बड़ा झटका
गौरतलब है कि सूरत कोर्ट के फैसले के बाद से ही राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा था। नियम ये कहते हैं कि जनप्रतिनिधि कानून के अनुसार यदि सांसदों और विधायकों को किसी भी मामले में 2 साल से या उससे ज्यादा की सजा हुई होती है तो ऐसे में उनकी सदस्यता रद्द हो जाती है। केवल यही नहीं सजा की अवधि पूरी करने के बाद 6 वर्ष तक चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य भी होते हैं।
यह भी पढ़ें: राहुल गांधी को बड़ा झटका, संसद सदस्यता हुई रद्द: जानिए अब कांग्रेस नेता के पास बचे हैं क्या विकल्प?
हालांकि राहुल गांधी के पास अभी विकल्प मौजूद हैं। वो सूरत की अदालत के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं, जहां से उनसे राहत मिलती है तो सदस्यता बच सकती है।
कांग्रेस नेताओं ने साधा निशाना
वहीं राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने के फैसले पर सियासी बवाल मच गया है। कांग्रेस नेताओं ने इसको लेकर बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इसे देश के लोकतंत्र के लिए अशुभ संकेत करार दिया है। थरूर ने ट्वीट कर कहा है कि अदालत के फैसले के 24 घंटे के भीतर ही इसकी तेजी से मैं स्तब्ध हूं। यह दस्तानों से ओझल राजनीति है और यह हमारे लोकतंत्र के लिए अशुभ संकेत है।
I’m stunned by this action and by its rapidity, within 24 hours of the court verdict and while an appeal was known to be in process. This is politics with the gloves off and it bodes ill for our democracy. pic.twitter.com/IhUVHN3b1F
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 24, 2023
वही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि BJP ने उन्हें (राहुल गांधी को) अयोग्य ठहराने के सभी तरीके आजमाए। जो सच बोल रहे हैं उन्हें वो रखना नहीं चाहते लेकिन हम सच बोलते रहेंगे। हम JPC की मांग जारी रखेंगे। जरूरत पड़ी तो लोकतंत्र बचाने के लिए जेल जाएंगे।
इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे तानाशाही का एक और उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि BJP खो ये नहीं भूलना चाहिए कि यही तरीका उन्होंने इंदिरा गांधी के खिलाफ भी अपनाया था और फिर मुंह की खानी पड़ी थी। राहुल देश की आवाज हैं, जो इस तानाशाही के खिलाफ अब और मजबूत होगी। इसके अलावा भी कई कांग्रेसी नेताओं ने राहुल की संसद सदस्यता रद्द होने पर प्रतिक्रिया दी है और सरकार पर निशाना साधा है। इसके अलावा आपको बता दें कि इस फैसले को लेकर शाम 5 बजे इमरजेंसी बैठक भी बुलाई है।
यह भी पढ़ें: “राहुल का अहंकार बड़ा और….” कांग्रेस नेता पर जमकर बरसे JP Nadda, कहा- OBC समाज बदला लेगा…