CISF’s new transfer policy: केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने गैर राजपत्रित अधिकारियों के लिए एक नई ट्रांसफर पॉलिसी का ऐलान किया है। इस नई नीति के तहत ट्रांसफर की प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और संगठित बनाने का प्रयास किया गया है। सीआईएसएफ मुख्यालय ने चार महत्वपूर्ण तारीखों को चिन्हित किया है, जिन पर कॉन्स्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर रैंक तक के अधिकारियों के ट्रांसफर तय किए जाएंगे।
नई नीति का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ट्रांसफर प्रक्रिया केवल दिसंबर से फरवरी के बीच ही संपन्न हो और इसे साल में एक बार ही लागू किया जाए। इससे बल सदस्यों के कार्य और उनके परिवार के जीवन पर न्यूनतम प्रभाव पड़ेगा। आइए, इस पॉलिसी के विभिन्न पहलुओं पर गहराई से नज़र डालें।
चार मुख्य तारीखें और उनका महत्व
सीआईएसएफ के महानिरीक्षक केसी समांतारे ने चार तारीखों को तय किया है, जिन पर ट्रांसफर की सूचियां जारी की जाएंगी। इन तारीखों का निर्धारण बल सदस्यों की आवश्यकताओं और उनकी सेवा की स्थिति को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
1. 31 दिसंबर: सेवानिवृत्त होने वाले बल सदस्यों के लिए
31 दिसंबर को उन बल सदस्यों की ट्रांसफर सूची जारी की जाएगी, जो अगले दो वर्षों में सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
- लगभग 3000 से अधिक ऐसे अधिकारी हैं, जिन्होंने मुख्यालय से अपने घर के करीब पोस्टिंग के लिए अनुरोध किया है।
- इन बल सदस्यों ने तीन-तीन लोकेशन सुझाए हैं, जहां वे पोस्टिंग चाहते हैं।
- इस सूची का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सेवानिवृत्ति से पहले बल सदस्य अपने परिवार के नज़दीक समय बिता सकें।
2. 15 जनवरी: महिला कर्मियों के लिए
दूसरी सूची 15 जनवरी को जारी होगी, जो महिला कर्मियों के ट्रांसफर के लिए आरक्षित है।
- कॉन्स्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर रैंक तक की महिला कर्मी, जिन्होंने छह साल की नॉन-च्वाइस पोस्टिंग पूरी कर ली है, आवेदन कर सकती हैं।
- इस सूची में उन महिला बल सदस्यों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिन्होंने विशेष परिस्थितियों के तहत अपने स्थानांतरण का अनुरोध किया है।
- इस कदम का उद्देश्य महिलाओं को उनके पसंदीदा स्थान पर पोस्टिंग देकर उनकी कार्य स्थिति को सुधारना है।
3. 31 जनवरी: दंपतियों के लिए
31 जनवरी को उन दंपतियों की ट्रांसफर सूची जारी की जाएगी, जिनकी पोस्टिंग अलग-अलग शहरों में है।
- ऐसे दंपति, जिन्होंने एक ही शहर में स्थानांतरण का अनुरोध किया है, इस सूची का हिस्सा होंगे।
- जिन महिला बल सदस्यों के पति निजी क्षेत्र या अन्य संगठनों में कार्यरत हैं, वे भी आवेदन कर सकती हैं।
- नई पॉलिसी का उद्देश्य दंपतियों को एक ही स्थान पर तैनात करके उनके पारिवारिक जीवन को बेहतर बनाना है।
4. 15 फरवरी: बाकी बल सदस्यों के लिए
15 फरवरी को चौथी और अंतिम सूची जारी की जाएगी, जो बाकी सभी बल सदस्यों के लिए होगी।
- इसमें उन कर्मियों के ट्रांसफर शामिल होंगे, जो अन्य तीन श्रेणियों में नहीं आते।
- इस सूची के बल सदस्यों को 31 मार्च के बाद अपनी नई लोकेशन पर ज्वाइन करने का समय दिया जाएगा, ताकि उनके बच्चों की शिक्षा पर कोई असर न पड़े।
ट्रांसफर प्रक्रिया की नई प्रणाली
नई ट्रांसफर पॉलिसी को लागू करते समय कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इनमें निम्नलिखित बिंदु शामिल हैं:
- वार्षिक ट्रांसफर प्रणाली:
- हर साल केवल चार तारीखों में ट्रांसफर ऑर्डर जारी किए जाएंगे।
- यह प्रक्रिया बल के लगभग 1.94 लाख जवानों और गैर राजपत्रित अधिकारियों के लिए लागू होगी।
- पारदर्शिता:
- ट्रांसफर की सभी सूचियां एक पूर्व-निर्धारित कैलेंडर के अनुसार जारी की जाएंगी।
- आवेदन करने वाले कर्मियों को अपनी प्राथमिकता के स्थान चुनने का मौका मिलेगा।
- शैक्षणिक सत्र का ध्यान:
- बल सदस्यों को नई लोकेशन पर ज्वाइन करने के लिए 31 मार्च के बाद का समय मिलेगा, ताकि उनके बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।
नई पॉलिसी के लाभ
नई ट्रांसफर पॉलिसी से कई सकारात्मक प्रभाव होने की उम्मीद है।
1. पारिवारिक जीवन में सुधार:
- दंपतियों को एक स्थान पर तैनाती देकर उनके पारिवारिक जीवन को संतुलित किया जाएगा।
- सेवानिवृत्ति के करीब बल सदस्यों को उनके घर के पास पोस्टिंग का अवसर मिलेगा।
2. महिलाओं के लिए विशेष प्रावधान:
- महिला बल सदस्यों को उनकी चॉइस पोस्टिंग का विकल्प देकर उनके कार्य और जीवन में संतुलन बनाया जाएगा।
3. प्रभावी प्रशासन:
- ट्रांसफर प्रक्रिया को एक निश्चित समय-सीमा में पूरा करने से प्रशासनिक दक्षता में वृद्धि होगी।
4. शैक्षणिक सत्र की सुरक्षा:
- बच्चों की शिक्षा पर असर न पड़े, इसके लिए नई लोकेशन पर ज्वाइनिंग की प्रक्रिया को मार्च के बाद रखा गया है।
सीआईएसएफ की नई ट्रांसफर पॉलिसी बल के कर्मियों और उनके परिवारों के लिए एक बड़ा राहतकारी कदम है। यह न केवल उनकी कार्यक्षमता को बढ़ावा देगा, बल्कि उनके जीवन को भी अधिक संतुलित और खुशहाल बनाएगा।
पॉलिसी के लागू होने से सीआईएसएफ के लगभग 1.94 लाख जवानों को लाभ होगा, जिनमें 5808 ऐसे दंपति भी शामिल हैं, जिनकी पोस्टिंग अब तक अलग-अलग स्थानों पर थी। इस पहल से बल सदस्यों के कार्य और पारिवारिक जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आने की संभावना है।