Champions Trophy 2025 : चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का दूसरा मुकाबला आज, 20 फरवरी, को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश के बीच खेला जाएगा। दोनों टीमें ग्रुप-ए में शामिल हैं और जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत करना चाहेंगी। भारतीय टीम, रोहित शर्मा की कप्तानी में, हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ 3-0 की वनडे सीरीज जीतकर आत्मविश्वास से भरी हुई है। वहीं, बांग्लादेश की टीम, नजमुल हुसैन शांतो के नेतृत्व में, भारत को चुनौती देने के लिए तैयार है। पिछले पांच वनडे मुकाबलों में बांग्लादेश ने तीन बार भारत को हराया है, जो भारतीय टीम के लिए सतर्क रहने का संकेत है।
प्लेइंग-11 को लेकर टीम मैनेजमेंट की चुनौती
चैंपियंस ट्रॉफी के सभी मुकाबले दुबई में खेले जाने हैं, जहां पिचें धीमी और स्पिनरों के लिए मददगार मानी जाती हैं। इस लिहाज से भारतीय टीम तीन स्पिनर्स के साथ उतरने पर विचार कर सकती है। अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव/वरुण चक्रवर्ती में से कोई तीन स्पिनर अंतिम एकादश में जगह बना सकते हैं। वहीं, तेज गेंदबाजों में मोहम्मद शमी का खेलना तय है, जबकि अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा में से किसी एक को मौका मिल सकता है। इसके अलावा, हार्दिक पांड्या एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज और ऑलराउंडर के रूप में टीम को संतुलन देंगे।
ये भी पढ़ें : परिवार के साथ राष्ट्रपति मुर्मू से मिले Sachin Tendulkar, भेंट की टेस्ट जर्सी, अनुभव किए साझा
रोहित, कोहली और गंभीर के लिए निर्णायक टूर्नामेंट
रोहित शर्मा, विराट कोहली और मुख्य कोच गौतम गंभीर पर इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार के बाद, टीम प्रबंधन की रणनीतियों पर सवाल उठे हैं। हालांकि, इंग्लैंड के खिलाफ मिली टी20 और वनडे सीरीज जीत से टीम का आत्मविश्वास बढ़ा होगा। रोहित और कोहली दोनों ने हाल ही में शानदार पारियां खेली हैं, जिससे उम्मीद की जा सकती है कि वे चैंपियंस ट्रॉफी में भी लय बनाए रखेंगे।
गिल की फॉर्म और भारत के लिए कठिन ग्रुप
शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में जबरदस्त प्रदर्शन किया था और प्लेयर ऑफ द सीरीज बने थे। लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को बांग्लादेश, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड जैसी टीमों के खिलाफ खेलना होगा, जो कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। पाकिस्तान और न्यूजीलैंड दोनों ही मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के साथ उतरेंगे, ऐसे में भारतीय बल्लेबाजी क्रम को अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की जरूरत होगी।
केएल राहुल का बल्लेबाजी क्रम—एक पहेली
केएल राहुल के बल्लेबाजी क्रम को लेकर भी टीम मैनेजमेंट के सामने सवाल होंगे। क्या वह पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे, या फिर अक्षर पटेल को ऊपर भेजकर राहुल को छठे स्थान पर रखा जाएगा? इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने अलग-अलग पोजीशन पर बल्लेबाजी की थी, जिससे संकेत मिलता है कि टीम स्थिति के अनुसार निर्णय ले सकती है।
गेंदबाजी संतुलन—सबसे बड़ी चुनौती
गेंदबाजी विभाग में संतुलन साधना टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। मोहम्मद शमी तेज गेंदबाजी आक्रमण के मुख्य स्तंभ होंगे, लेकिन उनके साथ नई गेंद की जिम्मेदारी किसे दी जाए, यह बड़ा सवाल है। अर्शदीप सिंह बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं और नई गेंद से अच्छी स्विंग हासिल कर सकते हैं, जबकि हर्षित राणा की गति और उछाल उन्हें एक आकर्षक विकल्प बनाती है।
तीन स्पिनर्स के साथ उतरने की संभावना
दुबई की पिचों को ध्यान में रखते हुए भारत तीन स्पिनरों के साथ उतर सकता है। रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल टीम के अनुभवी स्पिनर हैं, लेकिन तीसरे स्पिनर के रूप में वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव में से किसी एक को चुना जाएगा। वरुण की ‘रहस्यमयी’ गेंदबाजी और कुलदीप की विकेट लेने की क्षमता के बीच चयन करना टीम के लिए कठिन फैसला होगा।
बांग्लादेश भी नहीं होगा आसान प्रतिद्वंद्वी
भले ही बांग्लादेश के कुछ प्रमुख खिलाड़ी अनुपस्थित हैं, लेकिन इस टीम को हल्के में लेना गलत होगा। पिछले कुछ वर्षों में बांग्लादेश ने कई बड़े टूर्नामेंट में भारत को चुनौती दी है। लिटन दास और शाकिब अल हसन की गैरमौजूदगी टीम को कमजोर कर सकती है, लेकिन मुशफिकुर रहीम, महमूदुल्लाह और मेहदी हसन मिराज जैसे अनुभवी खिलाड़ी भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।
दोनों टीमों के संभावित प्लेइंग-11
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल, हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह/हर्षित राणा, वरुण चक्रवर्ती/कुलदीप यादव।
बांग्लादेश: नजमुल हुसैन शांतो (कप्तान), सौम्य सरकार, तंजीद हसन, तौहीद हृदय/जाकिर अली अनिक, मुशफिकुर रहीम, महमूदुल्लाह, मेहदी हसन मिराज, तास्किन अहमद, मुस्ताफिजुर रहमान, नासुम अहमद, तंजीम हसन साकिब/नाहिद राणा।
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए यह टूर्नामेंट कई मायनों में महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। टीम को अपने संयोजन को सही ढंग से सेट करना होगा और दबाव के क्षणों में सही फैसले लेने होंगे। बांग्लादेश के खिलाफ पहला मुकाबला इस दिशा में पहला कदम होगा। अगर भारत अच्छी शुरुआत करता है, तो यह पूरे टूर्नामेंट में टीम का आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करेगा। हालांकि, एक भी गलती ग्रुप स्टेज में समीकरण बदल सकती है, इसलिए भारतीय टीम को हर मुकाबले में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की जरूरत होगी।