Atul Subhash Suicide Case: अतुल सुभाष के सुसाइड के बाद से ही उसके बच्चे को लेकर सस्पेंस कायम है। अतुल सुभाष की मां अंजू मोदी ने अपने पोते की कस्टडी हासिल करने के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है। याचिका में दावा किया गया है कि न तो सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया और न ही उसके ससुरालवालों ने बच्चे के बारे में सही जानकारी नहीं दी है। अंजू मोदी ने सिंघानिया परिवार पर बच्चे को छिपाने का आरोप लगाया है।
मामले में अगली सुनवाई 7 जनवरी
सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बीवी नागरत्ना और एन कोटिश्वर सिंह की बेंच ने अंजू देवी मोदी के लिए पेश वकील को थोड़ी देर सुनने के बाद याचिका पर नोटिस जारी कर दिया। इसको लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक सरकार को नोटिस जारी किया है। मामले में अगली सुनवाई 7 जनवरी को होगी।
सुभाष के पिता पवन कुमार ने भी सार्वजनिक रूप से बच्चे की कस्टडी की मांग की है। पुलिस हिरासत में निकिता सिंघानिया ने बताया था कि उसका बेटा फरीदाबाद के बोर्डिंग स्कूल में है, जिसकी निगरानी उसके चाचा सुशील सिंघानिया कर रहे हैं। हालांकि सुशील सिंघानिया ने बच्चे के बारे में किसी तरह की जानकारी होने से इनकार किया है।
अतुल सुभाष की आत्महत्या से बवाल
बता दें कि कर्नाटक पुलिस ने अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में उसकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया और साला अनुराग सिंघानिया को 16 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। आत्महत्या के लिए उकसाने के तीनों आरोपी अभी न्यायिक हिरासत में हैं। ये याचिका एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड कुमार दुष्यंत सिंह ने दाखिल की है। जबकि इस पर वरिष्ठ वकील गौरव अग्रवाल ने बहस की।
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