Arshad Warsi : इंडस्ट्री में नेपोटिज्म को लेकर छलका अरशद वारसी का दर्द, किया बॉलीवुड के काले सच को बयां
Arshad Warsi: बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने माने एक्टर अरशद वारसी इन दिनों अपनी हालिया रिलीज सीरीज असुर 2 को लेकर सुर्खियों में छाए हुए हैं। अरशद ने अपनी एक्टिंग के दम पर फैंस के दिलों में खास जगह बानई हैं। उन्होंने बॉलीवुड में कई हिट फिल्में दी हैं। ‘असुर 2’ की सक्सेज के बाद अब अरशद अपनी अपकमिंग फिल्म प्रोजेक्ट में काफी बिजी चल रहे हैं। इसी बीच एक्टर ने बॉलीवुड में चले आ रहे नेपोटिज्म पर अपनी राय रखी है।
नेपोटिज्म को लेकर अरशद वारसी ने तोड़ी चुप्पी
अरशद वारसी का कहना है कि इंडस्ट्री में नेपोटिज्म को इतना बढ़ावा दिया गया है कि अब स्टार्स के बच्चे यह मान कर चलते हैं कि इंडस्ट्री में उनकी एंट्री तो काफी आसानी से हो जाएगी। फ्लॉप होने के बाद भी नेपोकिड्स को कई सारे अवसर दिए जाते हैं। वहीं, दूसरी ओर जो लोग इंडस्ट्री से नहीं जुड़े हैं उन्हें हमेशा संघर्ष करना पड़ता है। अरशद ने कहा कि वह मेगास्टार अमिताभ बच्चन, अभिनेता जया बच्चन और निर्देशक जॉय ऑगस्टीन के आभारी हैं, जिन्होंने उन पर उस वक्त दांव लगाया था, जब वह इंडस्ट्री में एक बाहरी व्यक्ति थे।
नेपोकिड्स के फ्लॉप होने पर भी उन्हें कई मौके मिलते हैं
नेपोटिज्म पर अपने विचार रखते हुए अरशद ने कहा, ‘यह दुखद बात है, लेकिन आप क्या कर सकते हैं? बॉलीवुड में एक ऐसा वर्ग है, जिन्हें अन्य वर्ग की तुलना में थोड़ा अधिक विशेषाधिकार प्राप्त है। नेपोकिड्स अगर फ्लॉप भी हो जाते हैं तो उन्हें कई और मौके मिल जाते हैं, लेकिन कोई बाहरी व्यक्ति की एक फिल्म फ्लॉप हो जाती है तो इंडस्ट्री से उसका अस्तित्व खत्म कर दिया जाता है। इस इंडस्ट्री ने मुझे बहुत कुछ दिया है और मैं उन्हें हमेशा धन्यवाद देता हूं।’ अरशद ने आगे कहा, ‘आज इंडस्ट्री में रियल टैलेंट की अगर कमी है तो वह इसी वजह से है क्योंकि मेकर्स नेपोकिड्स को आगे लाना चाहते हैं। इंडस्ट्री का यह काला सच इस सिनेमा को बुरी तरह बर्बाद कर देगा।’