Apple Vision Pro vs Meta Quest: Meta के को-फाउंडर मार्क जकरबर्ग ने एपल के वर्चुअल रियलिटी हेडसेट Apple Vision Pro का मजाक उड़ाया है। उन्होंने कहा है कि ये हेडसेट, मेटा का हेडसेट Quest के आगे कही नही टीकता। बताया कि मेटा का Quest सस्ता और बढ़िया है। इसकी पहुंच अधिक-से-अधिक लोगों तक हो सकती है। ऑफिस की एक मीटिंग के दौरान मार्क जकरबर्ग ने कहा कि Apple Vision Pro को लेकर एपल जो प्रमोशनल वीडियो दिखा रहा है, वैसा वास्तव में संभव नहीं है।
एपल के हेडसेट समझ से परे
गौरतलब है कि एपल के विजन प्रो मिश्रित रियलिटी हेडसेट के अनावरण के बाद ही जुकरबर्ग की टिप्पणी आई है। जकरबर्ग ने Apple Vision Pro की टेक्नोलॉजी को लेकर भी बात की और कहा कि इसमें मेटल डिजाइन मिलती है, जबकि अधिकतर VR/AR हेडसेट प्लास्टिक बॉडी के साथ आते हैं। जुकरबर्ग ने कहा कि मेरा मतलब है, यह कंप्यूटिंग के भविष्य की दृष्टि हो सकती है, लेकिन यह वह नहीं है, जो मैं चाहता हूं। जुकरबर्ग ने एपल विजन प्रो के बारे में जो कुछ देखा है उसका आकलन करते हुए कहा। यह हमारे विचार के अधीन है।
मेटा के Quest से है लड़ाई
दरअसल Apple Vision Pro के साथ मेटावर्स में एपल की एंट्री से जकरबर्ग भी डरे हुए हैं, क्योंकि मेटावर्स और AR/VR हेडसेट की एक अलग दुनिया है। एपल की तरह ही मेटा ने भी अपने हेडसेट को गेमिंग को ध्यान में रखते हुए तैयार किया है। उन्होंने Apple Vision Pro को सिर्फ एक लग्जरी प्रोडक्ट कहा है। जकरबर्ग ने कई आरोप लगाए है। Vision Pro को लेकर जकरबर्ग ने कहा कि इसमें इन-बिल्ट बैटरी नहीं है। एपल ने ऐसा इसे हल्का बनाने के लिए किया है। उन्होंने कहा कि हाई रिजॉल्यूशन डिस्प्ले के लिए गई गुना अधिक पैसे लिए जा रहे हैं।
टिम कुक का दावा
बता दें कि ये स्पैशियल कम्प्यूटर डिजिटल कंटेंट को फिजिकल वर्ल्ड के साथ कंबाइन करता है। लॉन्च होते ही इस प्रोडक्ट ने टेक की दुनिया में सनसनी मचा दी। कंपनी ने वर्ल्डवाइड डेवेलपर्स कांफ्रेंस 2023 में अपना खुद का AR हेडसेट ‘Vision Pro’ लॉन्च किया है, जिसकी कीमत 3,499 डॉलर है। टिम कुक ने Apple Vision Pro को लेकर कहा है कि इसमें बेस्ट डिस्प्ले है और पावरफुल M2 प्रोसेसर है। इसी कारण हेडसेट की कीमत अधिक है। अमेरिकी दिग्गज कंपनी ऐपल एआर स्टार्टअप मीरा (Mira) को खरीद लिया है।