Amit Shah in Rajyasabha: शुक्रवार को राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद और उग्रवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। गृह मंत्रालय के काम के तरीके पर बोलते हुए गृह मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार की नीति आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की रही है। अमित शाह ने अपने भाषण में कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद, पूर्वोत्तर में उग्रवाद और वामपंथी उग्रवाद तीन नासूर थे, जो देश के विकास को बाधित कर रहे थे। इन वजहों से 92,000 लोगों की मौत हो गयी।
आतंकवादी देखते ही सीधा दो आंखों के बीच में गोली मारते हैं- शाह
अपने भाषण के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “हम तो आतंकवादी देखते ही सीधा दो आंखों के बीच में गोली मारते हैं। हमारी सरकार न आतंकवाद को सह सकती है और न ही आतंकवादियों को। ये हिसाब मांगते हैं कि 370 हटाने का क्या परिणाम हुआ। हिसाब तो उनको दिया जाता है, नजारा तो उनको दिखाया जाता है, जिनकी नजरें साफ हों, जो काला चश्मा पहन कर, आंखें मूंद कर बैठे हैं, उनको विकास नहीं दिखा सकते हैं।”

31 मार्च 2026 तक देश नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा
इसके साथ ही गृह मंत्री ने दावा किया कि मोदी सरकार के दौरान जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में होने वाली मौतों में 70% की कमी आयी है, आतंकी घटनाएं भी तेजी से कम हुईं। उन्होंने कहा कि सरकार नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास कर रही है, ताकि वहां के लोग मुख्य धारा के साथ जुड़ सकें। अमित शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर की समस्या भी खत्म होने की कगार पर है, देश में हिंसक घटनाओं में 70 फीसदी की कमी आई है।
गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में वादा किया कि 31 मार्च 2026 को देश नक्सलवाद से मुक्त होगा। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद राजनीतिक समस्या नहीं है। इसे खत्म करना जरूरी है और एक साल के अंदर भारत सरकार इसे खत्म करके रहेगी।
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