Delhi Exit Poll Results 2025 Live: आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) की जांच पर कड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह खुद एसीबी दफ्तर जा रहे हैं ताकि यह बता सकें कि मुकेश अहलावत के पास किस नंबर से फोन आया था। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग ड्रामा कर रहे हैं, जबकि हमलोग शिकायत करने गए हैं। संजय सिंह ने आरोप लगाया कि बीजेपी केवल उनके सोशल मीडिया पोस्ट देखने के बाद जागी है और कार्रवाई का नाटक कर रही है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ने अब तक 16 से अधिक लोगों से संपर्क किया है, जिनके नंबर भी उन्होंने सार्वजनिक कर दिए हैं।
वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल पर साधा निशाना
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर संजय सिंह और अरविंद केजरीवाल झूठ बोल रहे हैं तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की जनता उनकी राजनीति को पसंद नहीं करती और झूठ अब नहीं चलेगा। उन्होंने चुनौती दी कि अगर आप के पास कोई तथ्य हैं तो उन्हें प्रस्तुत करें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। उन्होंने यह भी कहा कि जांच में यह स्पष्ट हो जाएगा कि वह नंबर किसका है।
अरविंद केजरीवाल के घर पहुंची एसीबी की टीम
खरीद-फरोख्त के आरोपों की जांच के लिए एसीबी की टीम दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के घर पहुंच गई है। इस बीच, संजय सिंह भी एसीबी दफ्तर पहुंच चुके हैं और अपनी लीगल टीम के साथ शिकायत दर्ज करा रहे हैं।
आप की लीगल टीम का बयान
आम आदमी पार्टी की लीगल सेल के अध्यक्ष संजीव नासियार ने एसीबी की कार्यवाही पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि एसीबी की टीम पिछले आधे घंटे से अरविंद केजरीवाल के घर पर बैठी है, लेकिन उनके पास कोई आधिकारिक दस्तावेज नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि एसीबी अधिकारी लगातार किसी से फोन पर निर्देश ले रहे हैं और यह पूरी जांच एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा है।
बीजेपी पर राजनीतिक साजिश का आरोप
आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर राजनीतिक षड्यंत्र करने का आरोप लगाया है। संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी, झूठे आरोपों और जांच के नाम पर आम आदमी पार्टी को घेरने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया कि यह पूरा घटनाक्रम सिर्फ एक राजनीतिक ड्रामा है और जल्द ही इसका पर्दाफाश हो जाएगा।
इस पूरे मामले में अब जांच एजेंसियों की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। क्या यह निष्पक्ष जांच है या फिर एक राजनीतिक खेल? यह तो आने वाले दिनों में ही साफ होगा।