Chess Olympiad 2024: भारत ने रविवार को इतिहास रच दिया, जब उसकी मेंस और महिला टीमों ने बुडापेस्ट में आयोजित 45वें शतरंज ओलंपियाड में पहली बार गोल्ड मेडल जीता। शतरंज ओलंपियाड के 97 साल के इतिहास में पहली बार बेटों और बेटियों ने स्वर्ण जीता है। पुरुष टीम ने 11वें और अंतिम दौर में स्लोवेनिया को 3.5-0.5 से हराया और महिला टीम ने अजरबैजान को इसी अंतर से हराया।शतरंज ओलंपियाड में भारतीय धुरंधरों के बेहतरीन प्रदर्शन से हर कोई खुश है। पीएम मोदी से लेकर सुपरस्टार ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद के भी खुशी का ठीकाना नहीं है।
पीएम मोदी ने भारत के चैंपियंस को दी बधाई
भारत की इस जीत पर पीएम मोदी ने बधाई दी है। पीएम ने कहा, आज ही एक और बहुत अच्छी खबर में मिली है। चेस ओलंपियाड में मेंस और विमेंस दोनों में भारत को गोल्ड मिला है। आप और भी तालियां बजाएंगे अगर मैं एक हैरान करने वाला तथ्य बताऊं तो। ये लगभग 100 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब भारत ने दो गोल्ड मेडल जीते हैं।
Gukesh’s smile says it all 🙂
With this win India secures its first-ever gold in a #ChessOlympiad! 🏆 pic.twitter.com/Ha1hUeSFPA
— International Chess Federation (@FIDE_chess) September 22, 2024
97 साल के इतिहास में पहली बार भारत के नाम गोल्ड
बता दें कि शतरंज ओलंपियाड के 97 साल के इतिहास में पहली बार बेटों और बेटियों ने स्वर्ण जीता है। पुरुष टीम ने 11वें और अंतिम दौर में स्लोवेनिया को 3.5-0.5 से हराया और महिला टीम ने अजरबैजान को इसी अंतर से हराया। इसके लिए ग्रैंडमास्टर डी गुकेश, अर्जुन एरिगेसी और आर प्रगनानंद ने स्लोवेनिया के खिलाफ 11वें दौर में अपने-अपने मैच जीते। वहीं, महिला वर्ग में डी हरिका, दिव्या देशमुख और वंतिका अग्रवाल की जीत ने देश के लिए गोल्ड सुनिश्चित किया।
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