Aman Sehrawat: भारत के एक और पहलवान ने पेरिस ओलंपिक 2024 में कमाल कर दिखाया है। 75 किलोग्राम वेट कैटेगरी में रेसलर अमन सहरावत ने सेमीफाइनल में जगह बनाई ली है। 21 साल के रेसलर ने क्वार्टर फाइनल में धमाकेदार जीत दर्ज की है। अमन सेहरावत अल्बानिया के जेलिमखान अबकारोव को बुरी तरह से हराया। उन्होंने जेलिमखान अबकारोव को आखिरी दो मिनट में कमाल कर दिखाया। उन्होंने विरोधी को एक भी अंक नहीं लेने दिया। अब हर तरफ उनकी तारीफ की जा रही है। लोग यह जानने को इच्छुक हैं कि आखिर पहलवान अमन सेहरावत कौन हैं? आइए विस्तार से उनके बारे में जानते हैं।
कमाल का रहा है 21 वर्षीय अमन का करियर
अमन सहरावत का करियर कमाल का रहा है। महज 21 साल का ये पहलवान अबतक कई बड़ी प्रतियोगिताओं में गोल्ड जीत चुका है। पिछले साल एशियन चैंपियनशिप में वो गोल्ड जीते थे। इसी साल जाग्रेब में भी उन्होंने गोल्ड अपने नाम किया था। बुडापेस्ट में वो सिल्वर मेडल जीते। 2022 में अमन ने 61 किलो वर्ग में भी सिल्वर मेडल अपने नाम किया। हालांकि, अमन सहरावत का ओलंपिक तक पहुंचने का सफर इतना भी आसान नहीं रहा। बचपन में ही इस खिलाड़ी के सिर से मां-बाप का साया उठ गया था।
अमन हरियाणा के झज्जर जिले के भिड़होड गांव रहने वाले हैं। अमन जाट परिवार से आते हैं। उनका जन्म 16 जुलाई 2003 को हुआ था। अमन को बचपन से ही चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। जब वह 11 साल के थे तभी उनकी मां का निधन हो गया था। इसके बाद उनके पिता भी नहीं रहे।
कुश्ती में करियर बनाना आसान नहीं था
इसके बावजूद अमन ने खुद को संभाला और कुश्ती में अपना करियर बनाया। मीडिया में जानकारी के मुताबिक, अमन सहरावत के पास पैसे नहीं थे लेकिन इस खिलाड़ी ने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में कुश्ती सीखी। दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में अमन ने कोच प्रवीन दहिया से कुश्ती के दांवपेंच सीखे हैं। बता दें कि आज ही भारतीय महिला पहलवान अंशु मलिक 57 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा के प्रीक्वार्टर फाइनल में दो बार की ओलंपिक पदक विजेता और पांचवीं वरीय हेलेन लुसी मैरोयूलिस से 2-7 से हार गईं।
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