Bangladesh Crisis: बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और वह देश छोड़कर किसी अंजान जगह पर चली गई हैं। अब बांग्लादेश में सरकार अंतरिम सरकार चलाएगी। आर्मी चीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी है। गौरतलब है कि पिछले एक महीने से ज्यादा समय से बांग्लादेश में छात्रों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। यह आंदोलन इतना बड़ा हो गया कि शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया। रिपोर्ट्स के अनुसार बांग्लादेशी आर्मी ने कथित तौर पर सोमवार की दोपहर शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से हटने के लिए 45 मिनट का समय दिया था। बता दें कि पूरे बांग्लादेश में टल रहे इन प्रदर्शनोंम में अब तक 300 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
पिछले एक महीने से चल रहा है आंदोलन
शेख हसीना के खिलाफ बांग्लादेश के छात्र पिछले महीने से ही आंदोलन कर रहे थे। हालांकि, यह आंदोलन काफी हिंसक हो गया था जिसके बाद सैकड़ों लोग सड़क पर आ गए थे। आंकड़ों के मुताबिक बांग्लादेश के लोगों की मौत का आंकड़ा 300 के पार चला गया है। अब तो वहां के लोग हसीना के सरकारी आवास पर भी पहुंच गए हैं और वहां घेराव किया। इसे देखते हुए हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दिया और देश छोड़कर चलीं गई। बता दें कि हसीना साल 2009 से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री थीं।
In January 2024 (total 300 seats)
-Shaikh Haseena won : 224
-Main Opposition won : 11
-Independent won : 62Shaikh Haseena had to resign today and Bangladesh Army Chief announced that the new govt will take over.
The real murder of democracy!pic.twitter.com/vDJwxs4ffm
— Mr Sinha (@MrSinha_) August 5, 2024
आरक्षण है आंदोलन का कारण ? Bangladesh Crisis
बांग्लादेश की कोटा व्यवस्था सरकारी नौकरियों में स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार वालों को 30 प्रतिशत का आरक्षण देती है। बांग्लादेश के छात्र इस व्यवस्था के खिलाफ हैं और इसके स्थान पर मेरिट सिस्टम से नौकरियां दिए जाने का सिस्टम लाने की मांग कर रहे हैं। विरोध करने वाले छात्रों का कहना है कि यह सिस्टम सरकार में मौजूद लोगों को ज्यादा फायदा पहुंचाता है।
भारत के साथ बांग्लादेश का विवाद | Bangladesh Crisis
भारत ने बांग्लादेश में भारी निवेश किया है और दोनों देशों के बीच छिटपुट सीमा विवाद को छोड़कर कभी बड़े विवाद की स्थिति नहीं बनी है। हालांकि, बांग्लादेश से आने वाले अवैध शरणार्थियों को लेकर पहले से ही सीमा विवाद चल रहा है। बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद बॉर्डर एरिया में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हालांकि, फिलहाल सेना ने शीघ्र सरकार गठन की बात कही है, लेकिन अगर सत्ता में विपक्षी पार्टियां आती हैं तो सीमा पर संघर्ष बढ़ने की भी आशंका है। बंगाल देश की मु्ख्य विपक्षी बीएनपी (BNP) का रुख भारत के लिए सख्त रहा है और पिछले कुछ वक्त में वहां आम लोगों के बीच भी रई बार भारत विरोधी भावनाएं देखने को मिली हैं।
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