तमिलनाडु में जहरीली शराब लोगों के लिए काल बन गई। दरअसल, तमिलनाडु के दो जिलों विल्लुपुरम और चेंगलपट्टु से जहरीली शराब पीने के चलते अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है। विलुप्पुरम में 9 और चेंगलपट्टू में 5 लोगों ने दम तोड़ा है। मरने वालों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती है। इसके अलावा कई लोगों की आंखों की रोशनी भी प्रभावित हुई है।
बताया जा रहा है कि शनिवार शाम को विलुप्पुरम के एकियारकुप्पम में मछुआरों के गांव में कुछ लोगों ने अवैध शराब पी थी। इसके बाद इनकी तबीयत खराब हो गई। अस्पताल में भर्ती कराने के बाद इनमें से 5 लोगों की रविवार को और 4 की सोमवार को मौत हो गई। 43 लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं।
पलानीस्वामी ने साधा स्टालिन पर निशाना
इस पूरे मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। तमिलनाडु में नेता विपक्ष के पलानीस्वामी ने इस मुद्दे पर राज्य की डीएमके सरकार को घेरा है और मुख्यमंत्री स्टालिन का इस्तीफा तक मांग लिया। मंगलवार को के पलानीस्वामी मंगलवार विल्लुपुरम में जहरीली शराब से जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जहरीली शराब बेचने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
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AIADMK चीफ पलानीस्वामी ने कहा कि यह बेहद ही दुख की बात है और चौंकाने वाली घटना है। सरकार बीते दो साल से कोई योजना नहीं लेकर आई है और जो लोग जहरीली शराब बेच रहे हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। जब हमारी सरकार सत्ता में थी तो हमने जहरीली शराब बनाने और बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी। उनके खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। मुख्यमंत्री एमके स्टालन पर निशाना साधते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि वह एक अयोग्य और कठपुतली सीएम हैं। इस दौरान पलानीस्वामी ने सीएम से इस्तीफे की मांग की। पलानीस्वामी ने कहा कि पहले DMK ने वादा किया था कि दूध और शहद की नदियां बहाएंगे लेकिन अब चारों तरफ शराब ही बह रही है।