Saturday, November 23, 2024
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Atiq Ahmed Murder : अतीक-अशरफ हत्याकांड के 3 शूटरों को भेजा गया 14 दिन की न्यायिक हिरासत में, जानिए कैसे हुई माफिया की मौत

Atiq Ahmed Murder : अतीक अहमद और अशरफ की हत्या से उत्तर प्रदेश में तनाव बढ़ गया है। एक तरफ प्रयागराज समेत पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। तो वहीं दूसरी तरफ, गृह मंत्रालय ने कल देर रात घटना की रिपोर्ट मांगी। इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य में शांति और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहने के आदेश भी दिए हैं।

आपको बता दे कि रविवार को माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ अहमद का पोस्टमार्टम (Atiq Ahmed Murder) किया गया। हत्या के बाद, पुलिस ने कई शहरों के संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च निकाला। इसके अलावा प्रयागराज के पुराने शहर चकिया और रजरपुर मोहल्ले में गंभीर स्थिति देखने को मिली।

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अतीक-अशरफ के साथ क्या हुआ?

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दरअसल, अतीक और अशरफ को मेडिकल जांच के लिए प्रयागराज के एक अस्पताल में ले जाया जा रहा था। इस दौरान वह मीडिया से बात कर रहे थे। तभी अतीक और अशरफ को गोलियों से भून दिया गया। पूरा हमला मीडिया और पुलिस की मौजूदगी में हुआ। हालांकि, हत्या के तुरंत बाद, तीनों हमलावरों को पकड़ लिया गया है।

न्यायिक हिरासत में अतिक के हत्यारें

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आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटरों को प्रयागराज की एक अदालत ने रविवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे एक दिन पहले अरुण मौर्य, सनी सिंह और लवलेश तिवारी को कोर्ट में पेश किया गया था। इसके अलावा इस मामले में अतीक की सुरक्षा में लगे 17 पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।

इस मामले (Atiq Ahmed Murder) को लेकर प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने कहा- “तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा घटना के दौरान एक पत्रकार भी गिरकर घायल हो गया जबकि एक कांस्टेबल को गोली भी लगी है।”  बहरहाल घटना के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामसे की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है।

वहीं, आयोग को अपनी रिपोर्ट प्रशासन को देने के लिए दो माह का समय दिया गया है। बता दें कि इस समूह का नेतृत्व इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी करेंगे। उनके अलावा सुबेश कुमार सिंह, एक सेवानिवृत्त आईपीसी अधिकारी, और बृजेश कुमार सोनी और एक सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश भी पैनल में होंगे।

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