Thursday, November 21, 2024
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रंगभरी एकादशी के दिन करें माता पार्वती और शिव जी की पूजा, सौभाग्य में होगी वृद्धि

Rangbhari Ekadashi 2023 : हर वर्ष फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रंगभरी एकादशी मनाई जाती है। इस दिन विशेष तौर पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती हैं। हालांकि इस दिन आंवला एकादशी या आमलकी एकादशी भी होती है, जिसमें भगवान विष्णु की आराधना की जाती है। इस बार रंगभरी एकादशी 03 मार्च 2023 को मनाई जाएगी। रंगभरी एकादशी (Rangbhari Ekadashi 2023) के दिन प्रात: काल में बाबा विश्वनाथ की विशेष साधना की जाती हैं। साथ ही भगवान को लाल या गुलाल रंग भी चढ़ाया जाता है।

रंगभरी एकादशी की पूजा का शुभ मुहूर्त

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इस बार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का आरंभ 02 मार्च 2023 की सुबह 06 बजकर 39 मिनट से हो रहा है, जिसका समापन अगले दिन 03 मार्च की सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर होगा। इसलिए उदयातिथि के आधार पर रंगभरी एकादशी (Rangbhari Ekadashi 2023) 03 मार्च 2023 दिन शनिवार को मनाई जाएगी। बता दें कि इस बार एकादशी के दिन सौभाग्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। इन दोनों ही योग में पूजा-पाठ करने का फल उत्तम ही मिलता हैं। इस बार सौभाग्य योग सुबह से लेकर शाम 06 बजकर 45 मिनट तक रहेगा, जिसके बाद शोभन योग आरंभ होगा। जबकि सर्वार्थ सिद्धि योग प्रात: काल 06:45 से लेकर दोपहर 03:43 तक रहेगा।

रंगभरी एकादशी का महत्व

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पौराणिक कथा के अनुसार रंगभरी एकादशी के दिन ही शिव जी यानी बाबा विश्वनाथ माँ पार्वती का गौना कराकर पहली बार काशी लाए थे। तब शिव भक्तों और तमाम लोगों ने दोनों का स्वागत रंग-गुलाल से किया था। साथ ही बाबा विश्वनाथ और माता गौरी ने एक साथ पालकी में सवार हो कर पूरे नगर का भ्रमण किया था। इसी वजह से हर वर्ष रंगभरी एकादशी (Rangbhari Ekadashi 2023) के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती हैं।

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