JDU के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का गुरुवार को निधन हो गया। उन्होंने गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में गुरुवार रात को अंतिम सांस ली । शरद यादव की उम्र 75 साल थी। उनकी बेटी ने उनकी मृत्यु की जानकारी दी। सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। शरद यादव को समाजवाद का मुखर समर्थक भी माना जाता था। उनके निधन ने राजनीति के गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है। जानकारी के अनुसार उनका पार्थिव शरीर दिल्ली के छतरपुर में स्थित उनके निवास स्थान पर रखा गया है, जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी पहुंचे।
जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पुराने समाजवादी नेती शरद यादव के निधन ने सभी को शोक में डूबा दिया है। उनके निधन की जानकारी उनकी बेटी सुभाषिनी यादव ने फेसबुक पोस्ट के जरिए दी। शरद यादव 75 वर्ष के थे। वह काफी वरिष्ठ नेता थे। दरअसल, उन्होंने सात बार लोकसभा का चुनाव जीता था और राज्यसभा के तीन बार सांसद भी रहे थे। शरद यादव ने जयप्रकाश नारायण से राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी के साथ तक राजनीति की है। यहां तक कि इमरजेंसी के दौरान वे जेल भी गए थे। उनके निधन पर पीएम मोदी समेत कई अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
पिछले कई दिनों से थे बीमार
जानकारी के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की तबीयत पिछले कई दिनों से बिगड़ती जा रही थी, जिसकी वजह से उन्हें गुरुग्राम के फोर्टिस हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। उन्हें लंबे समय तक सांस लेने में समस्या हो रही थी। उन्होंने फोर्टिस अस्पताल में आखिरी सांस ली।
पीएम ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “शरद यादव जी के निधन से बहुत दुख हुआ। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया. वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे। मैं हमेशा हमारी बातचीत को संजो कर रखूंगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं, ओम शांति।”
कैसे थे वरिष्ठ नेता शरद यादव ?
शरद यादव वरिष्ठ नेता थे। उनका जन्म 1 जुलाई 1947 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के बाबई गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी विज्ञान स्नातक की डिग्री रॉबर्टसन कॉलेज जबलपुर से प्राप्त की, जो जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से गवर्नमेंट साइंस कॉलेज, जबलपुर और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की शाखा है। वह पेशे से एक कृषक, शिक्षाविद और इंजीनियर थे। वह राजनीतिक रूप से अलग ही शख्सियत वाले शख्स थे। उन्हे मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और बिहार तीनों राज्यों से लोकसभा सांसद चुना जा चुका हैं। वह बिहार की मधेपुरा लोकसभा सीट से चार बार, मध्यप्रदेश के जबलपुर सीट से दो बार और उत्तर प्रदेश के बदायूं से एक बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। उन्होंने अपने पूरे जीवन में केवल पिछड़ों और आम लोगों से जुड़े मुद्दों को उठाया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दिल्ली में पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव को श्रद्धांजलि दी है। राहुल गांधी शरद यादव के घर पहुंचे और उनके परिवार को सांत्वना दी। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने शरद यादव जी से राजनीति के बारे में बहुत कुछ सीखा है। उनके निधन से मुझे बहुत दुख हुआ है। उन्होंने मेरी ‘दादी’ के साथ सम्मान का रिश्ता साझा किया। बता दें कि गुरुवार रात शरद यादव का निधन हो गया था।