हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में आग लगने से 4 बच्चों की जलकर मौत हो गई। घटना के बाद पूरे इलाके में मातम पसर गया। दर्दनाक हादसे में 3 बच्चे सगे भाई-बहन थे। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। घटना के समय सभी बच्चे झुग्गी में बैठकर टीवी देख रहे थे। पुलिस ने बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले को लेकर जांच पड़ताल चल रही है।
कैसे हुआ हादसा
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के उपमंडल अम्ब के तहत बणे दी हट्टी में प्रवासी मजदूरों की दो झुगियों में हुई आगजनी की भीषण घटना में चार बच्चे जिंदा जलकर मौत के मुंह में चले गए। मृतक बच्चों को बचाने के लिए दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहे। बताया जा रहा है कि, चार बच्चों में से 3 सगे भाई-बहन थे। जिनकी पहचान 14 वर्षीय नीतू कुमारी, 7 वर्षीय भोलू कुमार, 6 वर्षीय शिवम कुमार के नाम से की गई है। वहीं हादसे में 17 साल के सोनू कुमार की भी मौत हो गई। सभी बच्चे बिहार के दरभंगा के रहने वाले थे। बच्चों की मौत के बाद परिजनों ने कोहराम मचा दिया है। पूरे गांव में इस दर्दनाक हादसे के बाद मातम पसर गया है।
टीवी देख रहे थे मासूम बच्चे
जानकारी के मुताबिक, ऊना के पुलिस थाना अम्ब के बणे दी हट्टी में एक झुग्गी में बुधवार देर रात आग लग गई। हादसे के समय सभी बच्चे झुग्गी में बैठकर टीवी देख रहे थे। आग लगने के कारणों का फिलहाल कुछ पता नहीं लग पाया है। वहीं डीएसपी अम्ब डॉ वसुधा सूद ने बताया कि पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है।
आग लगने की सूचना मिलते ही अंब से तत्काल दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आग को और ज्यादा फैलने से रोका। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने इस दुखद घटना पर दुख व्यक्त किया है और अधिकारियों से प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत प्रदान करने को कहा है।