11 police officers transferred in MP: अनूपपुर जिले में कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए पुलिस प्रशासन ने बड़े पैमाने पर बदलाव किए हैं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा जारी किए गए आदेश में 11 पुलिस अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। यह निर्णय अपराध नियंत्रण और थानों के बेहतर संचालन को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
पुलिस निरीक्षकों और उपनिरीक्षकों की नई नियुक्तियां
पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, रामनगर थाना प्रभारी रहे पुलिस निरीक्षक अमर वर्मा को महिला थाना अनूपपुर की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, उपनिरीक्षक सुमित कौशिक को फुनगा चौकी भालूमाड़ा से स्थानांतरित कर रामनगर थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है।
इसके अतिरिक्त, पुलिस निरीक्षक संजय खलको को करनपठार थाना से स्थानांतरित कर भालूमाड़ा थाना प्रभारी बनाया गया है। सहायक उपनिरीक्षक अरविंद राय को वेंकटनगर पुलिस चौकी से भालूमाड़ा और सहायक उपनिरीक्षक सुरेश अहिरवार को कोतमा थाना भेजा गया है।
अन्य महत्वपूर्ण स्थानांतरण
- भालूमाड़ा थाना प्रभारी राकेश उइको को चचाई थाना प्रभारी बनाया गया।
- पुलिस निरीक्षक लालबहादुर तिवारी को पुलिस लाइन अनूपपुर से अमरकंटक थाना प्रभारी के पद पर स्थानांतरित किया गया।
- उपनिरीक्षक सोने सिंह परस्ते को बिजुरी थाना से फुनगा चौकी भेजा गया।
- निरीक्षक शिव प्रसाद शुक्ला को चचाई से जैतहरी थाना, और कलीराम परते को अमरकंटक थाना से पुलिस लाइन स्थानांतरित किया गया।
- पीसी कोल को जैतहरी थाना प्रभारी से स्थानांतरित कर करनपठार थाना प्रभारी नियुक्त किया गया।
भारी वाहनों की एंट्री पर प्रतिबंध
कलेक्टर हर्षल पंचोली ने जिले के मुख्य मार्गों पर भारी वाहनों के संचालन को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अनूपपुर मुख्यालय और कोतमा मार्ग पर सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक छह या उससे अधिक चक्के वाले वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह निर्णय ट्रैफिक दबाव कम करने और दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है।
बोर्ड परीक्षाओं के लिए विशेष तैयारियां
अनूपपुर जिले में 69 परीक्षा केंद्रों पर बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। कलेक्टर हर्षल पंचोली ने नर्मदा सभागार में आयोजित बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि परीक्षा केंद्रों में छात्रों के लिए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
उन्होंने परीक्षा केंद्रों में महिला पर्यवेक्षकों की नियुक्ति के निर्देश दिए ताकि छात्राओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। परीक्षा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के लिए विशेष योजना बनाई जा रही है।
समन्वय और सुधार की दिशा में बड़ा कदम
पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा उठाए गए यह कदम न केवल कानून व्यवस्था को बेहतर बनाएंगे बल्कि नागरिकों को सुरक्षा और सुगमता भी प्रदान करेंगे।
इन बदलावों से जहां एक ओर जिले की प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है, वहीं दूसरी ओर नागरिकों के प्रति प्रशासन की जवाबदेही बढ़ेगी।