उत्तर प्रदेश के बदायूं से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, यहां चुनावी रंजिश में 10 साल के दलित बच्चे की हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक, आधी रात को खेत में बच्चे की लाश पड़ी मिली। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। फिलहाल मामले की जांच पड़ताल जारी है।
ये चौंका देने वाली घटना उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के इस्लामनगर थाना क्षेत्र की है। दरअसल, यहां 23 जनवरी सोमवार को चुनावी रंजिश में कथित तौर पर 10 साल के एक बच्चे की हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। बच्चा तीसरी कक्षा का छात्र था और रविवार शाम से ही लापता था। मृतक बच्चे की पहचान गुरजीत नाम से की गई है। मिली जानकारी के मुताबिक, 10 साल का गुरजीत रविवार को अपने दोस्तों के साथ खेलते समय लापता हो गया। काफी समय तक घर न लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कि। जिसके बाद सोमवार की रात को उसका शव पास के एक खेत में पड़ा मिला।
खेलते समय 10 साल का बच्चा हुआ लापता
मामले की जानकारी पुलिस ने सोमवार को दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस्लामनगर थाना क्षेत्र के रफतपुर गांव निवासी नेम सिंह का बेटा गुरजीत रविवार को अपनी मां के साथ खेत में फसलों को पानी देने गया था। उन्होंने बताया कि मां पानी दे रही थी और गुरजीत पास में ही खेल रहा था कि अचानक वह लापता हो गया। अधिकारी के मुताबिक, आधी रात को पास के ही खेत में उसकी लाश पड़ी मिली तो परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। गुरजीत के गले पर निशान है। पुलिस ने बच्चे की मौत पर हत्या की आशंका जताई है।
मृतक के पिता ने 3 लोगों पर जताया शक
पुलिस को मामले की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस ने बताया कि चुनावी रंजिश में बच्चे की हत्या की गई है। मृतक के पिता ने 3 लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। दरअसल, मृतक के पिता ने बताया कि उन्होंने प्रधान पद का चुनाव लड़ा था। लेकिन वह 17 वोटों से हार गए थे। इसके बाद से मौजूदा प्रधान और उनके समर्थकों के साथ उनके समर्थकों के साथ उनके रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे थे। मृतक के पिता ने कहा कि इसी रंजिश के चलते प्रधान के समर्थक मातृ सिंह, मुनेश सिंह और शेर सिंह ने उनके बेटे की हत्या की गई है।