Maa Katyayani Puja Vidhi : देश में चैत्र नवरात्रि का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। नवरात्रि सनातन धर्म का बहुत ही पवित्र पर्व माना जाता हैं। नवरात्रि के 9 दिन माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती हैं। इस बार चैत्र नवरात्रि का आरंभ 22 मार्च 2023 से हो गया है। नवरात्रि के छठे दिन यानी आज 27 मार्च को मां दुर्गा के छठें स्वरूप देवी कात्यायनी (Maa Katyayani Puja Vidhi) की पूजा की जाएगी।
यह भी पढ़ें- Energy Boosting Fruits : नवरात्रि के व्रत में इन फलों का करें सेवन, नहीं होगी कमजोरी की समस्या, सेहत भी रहेगी अच्छी
ऐसा हैं मां कात्यायनी का स्वरूप
धार्मिक मान्यता के अनुसार, मां कात्यायनी (Maa Katyayani Puja Vidhi) की पूजा करने से भक्तों को काम में परम पद, अर्थ, धर्म और मोक्ष की प्राप्ति होती है। देवी कात्यायनी का स्वरूप बहुत ही चमकीला और तेजमय है। इनकी चार भुजाएं हैं। मां के दाईं तरफ का ऊपर वाला हाथ अभयमुद्रा में रहता है। जबकि नीचे वाला हाथ वर मुद्रा में रहता है। इसके अलावा मां कात्यायनी अपने बाईं तरफ के ऊपर वाले हाथ में तलवार धारण करती हैं और नीचे वाले हाथ में कमल का पुष्प सुशोभित रहता है।
माता कात्यायनी की पूजा विधि
नवरात्रि के छठे दिन प्रातः काल उठने के बाद स्नान आदि से निवृत्त होकर देवी का गंगाजल से आचमन करें। फिर मां कात्यायनी का ध्यान करें और उनके समक्ष दीपक व धूप प्रज्ज्वलित करें। इसके बाद मां को रोली से तिलक लगाएं। फिर देवी को अक्षत, गुड़हल या लाल रंग का फूल चढाएं। इसके बाद देवी की पूजा करें। मां कात्यायनी (Maa Katyayani Puja Vidhi) को शहद का भी भोग लगाएं। इससे माता प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है। अंत में मां कात्यायनी की आरती करें और उनसे अपने गलत कामों के लिए क्षमायाचना मांगे।
यह भी पढ़ें- Chaitra Navratri 2023 : चैत्र नवरात्रि में इन रंगों के कपड़े पहनकर करें पूजा, माता का मिलेगा विशेष आशीर्वाद
Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि southblockdigital.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।