Kaal Bhairav Jayanti : मार्गशीर्ष मास के कृष्ण की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती के रुप में मनाया जाता है। बाबा काल भैरव का आज जन्मदिन हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बाबा भैरव को भगवान शिव का रौद्र रूप माना जाता हैं। Kaal Bhairav बहुत जल्दी अपने भक्तों से प्रसन्न होते है और उनकी हर इच्छा को पूरी करने का दम रखते है। बाबा की कृपा से, जीवन में चल रही सभी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। भय, ग्रह दोष, नकारात्मक शक्तियां, संकट और हर तरह की परेशानियां बाबा की कृपा से दूर होती हैं।
इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा
अष्टमी तिथि का आरंभ 16 नवंबर की सुबह 5:49 से हो चूका है जिसका समापन 17 नवंबर की सुबह 07:57 पर होगा। Kaal Bhairav की पूजा करने का शुभ मुहूर्त आज रात 11 बजकर 40 मिनट से शुरू होकर देर रात 12 बजकर 33 मिनट तक रहेंगा। शुभ मुहूर्त में बाबा की पूजा के साथ-साथ भैरव बाबा की आरती और मंत्रों का जाप करने से बाबा प्रसन्न होते है और अपने भक्तों के सभी दुख दर्द दूर करते हैं।
आज के दिन करें ये उपाय
काल भैरव का वाहन काले कुत्ते को माना जाता है। आज के दिन काले कुत्ते को मीठी रोटी व गुड़ के पुए का भोजन कराना चाहिए। साथ ही काल भैरवाष्टक एवं भैरव चालीसा का पाठ करने से शनि और राहु का अशुभ प्रभाव काम हो जाता है। भैरव बाबा के मंत्र का जाप करने से नकारात्मक शक्तियां, भूत, प्रेत एवं बाधाएं शांत होती है। इसके अलावा Kaal Bhairav की मूर्ती के सामने चौमुखी दीपक, खुशबूदार इत्र, धूप और अगरबत्ती जलाना भी शुभ माना जाता हैं। इन तमाम उपायों से भैरव बाबा प्रसन्न होकर अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करते हैं।