Saturday, December 21, 2024
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शवों के साथ संबंध क्यों बनाते हैं अघोरी, जानिए इनके जीवन के अनसुने पहलू

Aghori Baba Secrets : भारत में साधु, पंडित, महाराज जी और नागा बाबा का अपना अलग महत्व, दर्जा और मान्यता हैं। विभिन्न धर्मों में इनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इन सब के अलावा अघोरियों की साधना पद्धति की बहुत चर्चा होती हैं। अघोरी बाबा की आराधना करने का तरीका बहुत अलग होता है। आमतौर पर इनकी अलग दुनिया होती है, जिनका रहन-सहन, भोजन और तमाम क्रिया के बारें में शायद ही किसी आम इंसान को पता हो। आज हम आपको इस आर्टिकल में अघोरियों (Aghori Baba Secrets) के कई अनसुने-अनजाने पहलुओं के बारें में बताएंगे।

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संस्कृत भाषा में अघोरी शब्द का अर्थ होता है, ‘उजाले की ओर’। मान्यता के अनुसार, ये शब्द बहुत पवित्र होता है, जो सभी बुराइयों से मुक्त होता है। अघोरी बाबा, अपने पूरे शरीर पर राख को लपेट कर रखते हैं। जो ज्यादातर श्मशान घाट में रहते है। कहा जाता है कि ये लोग (Aghori Baba Secrets) इंसान का कच्चा मांस खाने के साथ-साथ अधजली लाशों का मांस भी खाते हैं। साथ ही मानव शरीर के अंगों का इस्तेमाल भी करते है। इसके पीछे का तर्क दिया जाता है कि ऐसा करने से इनकी तंत्र-मंत्र की की शक्ति प्रबल होती है।

जानकारी के अनुसार, अघोर को शिव के पांच रूपों में से एक माना जाता है। ये लोग खुद को पूरी तरह से भगवान शिव (Lord Shiv) में लीन करने के लिए साधना करते हैं। आमतौर पर अघोरी (Aghori Baba Secrets)  तीन तरह की साधनाएं करते हैं। पहला है शव साधना, जिसमें शव को मांस व मदिरा का भोग लगाया जाता है। बता दें कि ‘शव से शिव की प्राप्ति’ का ये रास्ता अघोर पंथ की निशानी मानी जाती हैं। दूसरा तरीका है, शिव साधना। इसमें शव के ऊपर एक पैर पर खड़े होकर भोलेनाथ की साधना की जाती है। इसके अलावा तीसरा और साधना करने का आखिरी तरीका है श्मशान साधना। इसमें हवन किया जाता है।

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बता दें कि अघोरी, शवों के साथ शारीरिक संबंध भी बनाते हैं। माना जाता है कि ये भगवान शिव और शक्ति की साधना करने का सबसे सरल तरीका होता है। अघोरियों (Aghori Baba Secrets) की मान्यता के अनुसार, शारीरिक क्रिया करते समय अगर मन भगवान में लगा हुआ है, तो इससे बढ़कर ईश्वर की साधना का स्तर क्या होगा। ये लोग ढोल नगाड़ों के बीच सबके सामने शारीरिक संबंध बनाते है। साथ ही महिला के शव पर राख से लिपटे मंत्र लिखते है। इसके अलावा जीवित महिला के साथ भी ये लोग शारीरिक संबंध बनाते हैं। खासतौर पर तब, जब महिला के मासिक चल रहे होते है। ऐसा करने से अघोरियों की शक्ति बहुत ज्यादा बढ़ने लगती है।

अघोरियों को ‘कापालिक’ नाम से भी जाना जाता हैं। ये लोग (Aghori Baba Secrets) हर समय अपने पास एक इंसानी खोपड़ी रखते है, जिसका इस्तेमाल ये भोजन के पात्र के रूप में करते है। अगोरियों का मानना है कि इसकी प्रेरणा उन्हें भगवान शिव (Lord Shiva) से मिली है। किवदंतियों के मुताबिक, भोलेनाथ जी ने एक बार ब्रह्मा जी का सिर, शरीर से अलग कर दिया था, जिसे लेकर उन्होंने पूरे ब्रह्मांड का चक्कर लगाया था। इसलिए अघोरी भी हर समय अपने साथ नरमुंड रखते हैं। बता दें कि अघोरियों को कुत्ते बहुत प्रिय है। इसलिए ये लोग (Aghori Baba Secrets) अपने साथ कुत्तों को रखते है।

अघोरियों का मानना है कि, हर इंसान अघोरी के रूप में धरती पर आता है। जैसे एक छोटे बच्चे को अपनी गंदगी और अपने भोजन में अंतर समझ नहीं आता। ठीक वैसे ही अघोरी हर एक गंदगी को और अच्छाई को एक समान मानते हैं। हालांकि उनका ये भी मानना है कि उनके (Aghori Baba Secrets) पास एड्स (AIDS) और कैंसर (Cancer) जैसी जानलेवा बीमारी का इलाज है। अघोरियों के मुताबिक, शव के शरीर से निकलने वाले तेल से बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज संभव है। हालांकि अभी इसका कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है।

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