Friday, November 29, 2024
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ऋषि ने क्यों दिया गोवर्धन पर्वत को श्राप, जानिए पूरी कहानी

Govardhan Puja 2022: हर वर्ष कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को गोवर्धन पूजा का त्योहार मनाया जाता है। बता दें कि इस बार 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा की जाएगी। इस शुभ दिन भगवान श्री कृष्ण को 56 या 108 प्रकार का भोग लगाया जाता हैं।

पुलस्त्य ऋषि क्यों हुए गोवर्धन पर्वत पर क्रोधित

पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन समय में पुलस्त्य ऋषि जब तीर्थयात्रा कर रहें थे तब वह गोवर्धन पर्वत के पास पहुंचे, जिसकी सुंदरता देखकर वह मंत्रमुग्ध हो गए थे। जिसके बाद उन्होंने द्रोणाचल पर्वत से निवेदन किया कि आप अपने पुत्र गोवर्धन को उन्हें दे दे, जिसे वह काशी में स्थापित करेंगे और वहीं रहकर उसका पूजन करेंगे। हालांकि यह सुनकर द्रोणाचल दुखी हो गए, लेकिन गोवर्धन पर्वत ने ऋषि से कहा कि मैं आपके साथ चलने को तैयार हूं लेकिन मेरी एक शर्त है। गोवर्धन ने ऋषि से कहा कि मैं दो योजन ऊंचा और पांच योजन चौड़ा हूं। आप कैसे मुझे काशी ले जाएंगे? तब पुलस्त्य ने कहा कि मैं अपने तपोबल से तुम्हें अपनी हथेली पर उठाकर ले जाऊंगा। जिसके बाद गोवर्धन पर्वत ऋषि के साथ चलने के लिए तैयार हो गए।

रास्ते में जब ब्रज आया, तब उसे देखकर गोवर्धन ने सोचा कि यहां भगवान श्रीकृष्ण-राधा जी के साथ बाल्यकाल और किशोर काल की बहुत सी लीलाएं करेंगे। तो तब उन्होंने यहां रूकने का सोचा और पुलस्त्य के हाथों में और अधिक भारी हो गए। जिस कारण ऋषि को विश्राम करने की आवश्यकता महसूस हुई और उन्होंने गोवर्धन पर्वत को ब्रज में रखा और विश्राम करने लगे।

गौरतलब है कि ऋषि ये बात भूल गए थे कि उन्हें कहीं भी बीच रास्ते में गोवर्धन पर्वत को नहीं रखना है। कुछ देर बाद जब ऋषि पर्वत को वापस उठाने लगे तब गोवर्धन ने उनसे कहा कि ऋषिवर अब मैं यहां से कहीं नहीं जा सकता। मैंने आपसे आरम्भ में ही कहा था कि एक बार जहां आप मुझे रख देंगे, मैं हमेशा के लिए वहीं स्थापित हो जाउंगा।

पुलस्त्य इस बात से बहुत क्रोधित हुए और गोवर्धन पर्वत को श्राप दिया कि तुमने मेरे मनोरथ को पूर्ण नहीं होने दिया। अब आज से ही रोजाना तुम्हारा तिल-तिल कर क्षरण होता जाएगा। जिसके बाद एक दिन तुम धरती में ही समाहित हो जाओगे। इसलिए कहा जाता है कि तभी से गोवर्धन पर्वत तिल-तिल करके धरती में समा रहें है और कलियुग के अंत तक वह पूरी तरह धरती में समा जाएंगे।

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि southblockdigital.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

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