Vintage Cinema: बॉलीवुड इंडस्ट्री की सदाबहार अभिनेत्री रेखा ने अपनी प्रोफेशनल लाइफ में शोहरत और दौलत के साथ खूब नाम कमाया, लेकिन उनकी निजी जिंदगी काफी उतार चढ़ाव से भरी रही। रेखा की जिंदगी में समय-समय पर कई बार कई शख्स की एंट्री हुई, लेकिन जिंदगी भर का साथ कोई ना निभा सका। अभिनेत्री आज भी अकेली हैं और सिंगल रहना ही पसंद करती हैं। हालांकि क्या आपको पता है कि रेखा ने एक बार शादी जरूर की थी। दरअसल, रेखा ने दिल्ली के बिजनेसमैन मुकेश अग्रवाल संग शादी रचाई थी, लेकिन कुछ महीनों बाद ही मुकेश ने सुसाइड कर लिया था। गौर करने वाली बात यह है कि रेखा अपने पति के अंतिम संस्कार में भी नहीं पहुंची थीं। इसके चलते उन्हें कई आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा था। तो चलिए जानते हैं कि आखिर रेखा के पति ने क्यों अपनी जिंदगी को खत्म कर लिया था और उनके सुसाइड नोट में क्या लिखा था?
रेखा ने 1990 में रचाई थी शादी
आपको बता दें कि साल 1990 में रेखा की लाइफ में दिल्ली के यंग बिजनेसमैन मुकेश अग्रवाल की एंट्री हुई थी। कहा जाता है कि दोनों पहली मुलाकात से ही एक-दूसरे के प्यार में डूब गए थे। पहली मुलाकात के बाद दोनों में पहले बातें शुरू हुईं, फिर मुलाकातों का सिलसिला और फिर कुछ ही समय में उनकी मोहब्बत परवान चढ़ गई। दोनों के इस मुलाकात का सिलसिला लगभग एक महीने तक ही चला था, क्योंकि पहली मुलाकात के एक महीने बाद ही 4 मार्च 1990 को मुकेश ने रेखा को प्रपोज कर दिया था। सिर्फ इतना ही नहीं आप सभी को ये जानकर हैरानी जरुर होगी कि प्रपोज करने के बाद उसी रात 37 साल के मुकेश और 36 साल की रेखा ने जुहू के मुक्तेश्वर देवालय मंदिर में सात फेरे लेकर शादी रचा ली थी। इस बात का अंदाजा किसी को नहीं था कि रेखा ने शादी कर ली है, लेकिन रातों रात रेखा गणेशन, रेखा अग्रवाल बन गई थीं।
शादी के 6 महीने बाद लिया तलाक का फैसला
भले ही दोनों ने आनन-फानन में शादी कर ली हो, लेकिन उनकी शादीशुदा जिंदगी में ज्यादा समय तक खुशियां रह ना सकीं। शादी के कुछ दिन बाद रेखा की जिंदगी में उस वक्त एक बड़ा तूफान आया, जब उन्हें पता चला कि उनके पति मुकेश डिप्रेशन के मरीज हैं। इसके बाद ऐसा क्या हुआ ये तो साफ नहीं पता, लेकिन अपने पति की बीमारी का पता लगने के बाद रेखा ने धीरे-धीरे मुकेश से दूरी बनानी शुरू कर दी। दोनों की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हुई। रेखा के पति को उनका फिल्मों में काम करना पसंद नहीं था और वो रेखा पर फिल्में छोड़ने के दबाव बना रहे थे। इस बात को लेकर अक्सर दोनों ने बहस और झगड़े होते थे। आखिरकार जब दोनों के विचारों की गाड़ी पटरी पर दौड़ती नहीं दिखी, तो दोनों के रिश्ते में खटास आनी शुरू हो गई। इस दौरान दोनों के बीच कई बार बहस हुई और झगड़े भी हुए। वहीं जब दोनों को एक दूसरे के साथ रहना मुश्किल नजर आने लगा, दोनों ने एक-दूसरे से अलग होने का फैसला कर लिया। उस समय तक रेखा और मुकेश की शादी को करीब 6 महीने ही हुए थे और सितंबर 1990 में दोनों ने आपसी सहमति से तलाक लेने का फैसला कर लिया।
ऐसे आया रेखा की जिंदगी में टर्निंग प्वॉइंट
26 सितंबर को रेखा एक स्टेज शो में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका चली गई। इस दौरान रेखा को अंदाजा भी नहीं था कि मुकेश अग्रवाल कुछ ऐसा कर बैठेंगे, जिसकी कल्पना किसी ने ना की हो। 2 अक्टूबर 1990 को मुकेश ने अपने फार्महाउस में रेखा के दुपट्टे से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। यहां तक की मुकेश ने मरने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा था। हालांकि अपने सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा था कि उनकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। मुकेश का सुसाइड कर लेना सबके दिलों में कभी ना भरने वाला एक गहरा जख्म बनकर रह गया।
क्यों पति के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुईं थी रेखा?
मुकेश ने बेशक अपनी मौत का जिम्मेदार किसी को नहीं ठहराया था, लेकिन लोग इसके लिए रेखा को ही दोषी ठहरा रहे थे और कई सालों तक ऐसा ही माना जाता रहा कि मुकेश ने ये कदम रेखा की वजह से ही उठाया है। उन्हें काफी जिल्लत उठाना पड़ी थी। यहां तक कि उन दिनों रिलीज होने वाली रेखा की फिल्म ‘शेषनाग’ के पोस्टरों पर कालिख पोत दी गई थी। उन्हें पति की हत्यारिन पुकारा जाने लगा था। यही कारण है कि रेखा मुकेश के अंतिम संस्कार में भी नहीं आई थीं। मुकेश की मौत के लगभग दो महीने बाद एक इंटरव्यू में रेखा ने कहा था कि, अगर दो लोग साथ खुश नहीं हैं तो तलाक लेने में कोई बुराई तो नहीं। मुकेश की मौत की जिम्मेदार वो नहीं हैं। अब इन बातों में कितनी सच्चाई थी कितनी नहीं ये तो नहीं पता, लेकिन इतना जरूर पता है कि इस घटना के बाद रेखा ने दोबारा कभी शादी नहीं की, वो आज भी पहले की तरह ही खूबसूरत और सिंगल हैं और आज भी लाखों दिलों पर राज करती हैं।