Kamal Haasan : कमल हासन आज के समय में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उनकी फिल्में उनकी पॉपुलैरिटी की गवाह है और उनके फैंस उनकी लोकप्रियाता का सबूत। हालांकि अब उन्हें ज्यादातर साउथ फिल्मों में ही देखा जाता है। कमल हासन की हिंदी में ‘चाची 420’, ‘सनम तेरी कसम’, ‘एक दूजे के लिए’ और ‘सागर’ जैसी हिट फिल्में शामिल हैं। हालांकि इसके बावजूद ऐसा क्या हो गया कि उन्होंने हिंदी पट्टी में अपना करियर बढ़ाने की कभी कोशिश ही नहीं की। इसके पीछे भी कुछ राज छिपे हैं, जिनका खुलासा खुद कमल हासन ने ही किया था। साथ ही उन्होंने एक दिलचस्प किस्सा भी शेयर किया था जब मनमोहन देसाई उनसे खफा हो गए थे।
हिंदी फिल्मों के बारे में क्या है Kamal Haasan की राय
आपको बता दें कि कमल हासन ने हिंदी सिनेमा में किरयर आगे बढ़ाने का प्रयास ना करने को लेकर बात करते हुए एक पुराने इंटरव्यू में बताया था कि, इसका एकमात्र कारण यह है कि मुझे प्रोजेक्ट पूरा करने और अगले प्रोजेक्ट पर जाने की लत है। मैं इसका पालन करता हूं, जब आप हिंदी में कोई प्रोजेक्ट पूरा करते हैं तो डेढ़ वर्ष हो जाता है।
आप वो टच खो देते हो, जो कपड़े आप पहन रहे हैं तब तक वह फैशन से बाहर हो गए हैं। आप वापस शूट करें तब तक आप मोटे या पतले हो गए हैं, बीमार, समझदार, इस बीच बहुत सी चीजें घटित होती हैं, इसलिए आप मुद्दे से चूक जाते हैं। यह थकाऊ और भयावह है।’
कमल हासन की इस हरकत पर खफा हो गए थे मनमोहन देसाई
आपको बता दें कि उस इंटरव्यू के दौरान कमल हासन ने एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया था और बताया था कि उनकी एक हरकत पर कैसे मनमोहन देसाई उनसे नाराज हो गए थे। दरअसल, कमल हासन ने बताया था कि, ‘वे दयालु थे और अब भी हैं। कुछ अच्छे थे, जब मैंने स्क्रिप्ट देखने की जिद की तो मनमोहन देसाई साहब बहुत नाराज हो गए।
मुझे लगता है कि यह अल्लाह रक्खा नामक फिल्म के लिए था। मैं केवल माफी मांग सकता हूं, क्योंकि मेरा इरादा कोई अपमान या अनादर करना नहीं था। इसके बाद उन्होंने कहा कि मिस्टर अमिताभ बच्चन भी स्क्रिप्ट नहीं मांगते। मेरा उत्तर था कि वह इसके लिए स्क्रिप्ट न मांगने का जोखिम उठा सकते हैं।’
कमल हासन ने मनमोहन देसाई को नहीं पूछी थी चाय
बता दें कि कमल हासन ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा था कि, ‘उस दिन उनके साथ आए कुछ लोग आज भी मेरे दोस्त हैं। हम अभी भी बैठक के बारे में मजाक करते हैं। मैं उनके आने से इतना उत्साहित था कि मैंने उन्हें चाय तक नहीं दी। तो ऐसा हो गया था कि इस आदमी ने पहले तो मुझे चाय नहीं दी और फिर उसने स्क्रिप्ट मांगी। बहुत सारी चीजें मेरे खिलाफ गईं। इस कारण मैंने कई अच्छे अवसर भी गंवा दिये होंगे।’