Kishore Kumar: हिंदी सिनेमा के सबसे बेहतरीन सिंगर्स और एक्टर्स की लिस्ट में वैसे तो कई दिग्गज अभिनेताओं का नाम आता है, लेकिन इसमें भी अगर सबसे टॉप के अभिनेताओं और सिंगर्स का नाम देखा जाए तो किशोर कुमार का नाम उनमें शुमार होना लाजिमी है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि किशोर कुमार सिर्फ एक बेहतरीन गायक ही नहीं बल्कि उमदा एक्टर भी थे। गाने के दौरान भी उनकी एक्टिंग के लोग दीवाने थे। आज के समय में भी किशोर साहब के लाखों दीवाने हैं और उनके गीत आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। किशोर साहब के जानने वाले ये बात अच्छी तरह से जानते होंगे कि वो सिर्फ फिल्मों में ही नहीं बल्कि रियल लाइफ में भी बेहद ही रोमांटिक भी थे। उनके रोमांटिक होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा है कि उन्होंने पूरी जिंदगी में एक नहीं दो भी नहीं, बल्कि चार-चार बार प्यार किया और चारो बार शादी भी की। हालांकि क्या आप जानते हैं कि अपनी चौथी शादी के लिए किशोर साहब धरने तक पर बैठ गए थे। जी हां, ये बिल्कुल सच है, तो आइए जानते हैं क्या है पूरी कहानी।
इस एक्ट्रेस से हुआ था पहला प्यार
आपको बता दें कि किशोर कुमार की जिंदगी में पहले प्यार के रूप में रूमा गुहा उर्फ रूमा घोष ने एंट्री ली थी। रूमा बंगाली फिल्मों में एक्टिंग और सिंगिंग करती थीं। ऐसे में उस दौरान दोनों की मुलाकात हुई और किशोर कुमार रूमा के प्यार में पड़ गए। इस बीच रूमा भी किशोर साहब को दिल दे बैठी और जब दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा तो दोनों ने साल 1951 में शादी रचा ली। शादी के बाद दोनों का रिश्ता कई सालों तक ठीक चला, लेकिन उसके बाद दोनों के बीच अनबन और तकरार होने लगी, जिसकी वजह से दोनों ने तलाक ले लिया।
मधुबाला के लिए बदला धर्म!
रूमा घोष से तलाक के कुछ समय बाद ही किशोर कुमार की जिंदगी में मधुबाला की एंट्री हुई और मधुबाला बनीं उनकी जिंदगी का दूसरा प्यार। खास बात तो यह है कि कहा जाता है कि मधुबाला के प्यार में किशोर कुमार कुछ इस कदर दीवाने हो गए थे कि उन्होंने इस्लाम धर्म तक अपना लिया था। इधर दूसरी तरफ दिलीप कुमार से रिश्ता टूटने के बाद मधुबाला भी किशोर कुमार को पसंद करने लगी थीं। ऐसे में दोनों ने साल 1960 में निकाह कर लिया। हालांकि शादी के बाद जब एक बार मधुबाला और किशोर कुमार लंदन गए, तब वहां के एक डॉक्टर ने बताया कि मधुबाला के दिल में छेद है और उनके पास सिर्फ दो साल का वक्त है। इस सच को जानने के बाद किशोर कुमार ने मधुबाला को उनके मायके में छोड़ दिया और महीने में सिर्फ एक ही बार उनसे मिलने जाया करते थे। डॉक्टर के कहे अनुसार दिल की बीमारी के कारण अगले 2 सालों में ही मधुबाला का निधन हो गया।
योगिता बाली संग रचाई तीसरी शादी
मधुबाला के निधन के बाद किशोर कुमार खुद को काफी अकेला महसूस करने लगे थे और तभी उनकी जिंदगी में एक्ट्रेस योगिता बाली ने दस्तक दी, जो किशोर साहब का तीसरा प्यार और तीसरी पत्नी बनीं। दोनों ने साल 1976 में शादी की, लेकिन यह रिश्ता ज्यादा दिन तक टिक नहीं सका। दरअसल, अनबन के कारण महज दो साल बाद ही किशोर कुमार और योगिता एक-दूसरे से अलग हो गए और इस अनबन का कारण मिथुन चक्रवर्ती को बताया जाता है। दरअसल, कहा जाता है कि किशोर साहब से शादी के बाद से योगिता और मिथुन एक-दूसरे के करीब आने लगे थे, जिसका असर किशोर और योगिता के रिश्ते पर नजर आने लगा था। ऐसे में दोनों ने तलाक ले लिया था।
चौथी शादी के लिए धरने पर बैठा गए थे किशोर कुमार
योगिता बाली से रिश्ता टूटने के बाद किशोर कुमार एक बार फिर अकेले हो गए, लेकिन ज्यादा समय तक उन्हें अकेला नहीं रहना पड़ा और इस बार उनकी जिंदगी में एक्ट्रेस लीना चंदावरकर आईं, जिन्होंने उनका हाथ थाम कर उनका अकेलापन दूर कर दिया। हालांकि दोनों की शादी के पहले का एक दिलचस्प किस्सा भी है, जो बहुत कम लोगों को पता है। दरअसल, दोनों ने साल 1968 में फिल्म ‘मन का मीत’ में काम किया। उस समय लीना विधवा थीं और किशोर कुमार भी पहले से तीन शादी कर चुके थे। इससे भी बड़ी गौर करने वाली बात तो यह थी कि किशोर कुमार और लीना चंद्रावरकर की उम्र में 21 साल का अंतर था। ऐसे में लीना के पिता को यह रिश्ता कतई मंजूर नहीं था। हालांकि किशोर कुमार कहा मानने वाले थे, अपनी जिद पूरा करने और लीना के परिवार को मनाने के लिए किशोर साहब उनके घर पहुंचे और घर के बाहर ही धरने पर बैठ गए थे। कहा जाता है कि इस धरने के दौरान किशोर साहब अपनी फिल्म का गाना ‘नफरत करने वालों के सीने में प्यार भर दूं’ गाते थे। किशोर कुमार की लगातार कोशिश और हठ के सामने आखिरकार लीना के पिता पिघल ही गए और साल 1980 में किशोर ने चौथी शादी कर ली।