Thursday, November 21, 2024
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क्या ख़ास हैं इस्कॉन मंदिर में, जहां भारतीयों से ज्यादा विदेशी गाते हैं श्री कृष्ण के भजन

Iskcon Mandir Delhi: भारत में अनेक देवी-देवता हैं, जिनके अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग महत्व के साथ मंदिर स्थापित हैं। हर मंदिर और उसमें मौजूद देवी-देवता का अपना महत्व है, जिनके दर्शन के लिए लोग देश-विदेश से आते है। हमारे देश में सभी देवी-देवताओं का सम्मान किया जाता है और इसी कारण विश्वभर में भारत की अपनी एक अलग छवि है। भगवान श्री कृष्ण को समर्पित, राजधानी दिल्ली में स्थित इस्कॉन मंदिर है। इस्कॉन को हरे कृष्ण आंदोलन के रूप में भी जाना जाता है। इस मंदिर (अंतर्राष्ट्रीय सोसायटी कृष्णा चेतना) में खास अवसरों पर, विशेष रूप से कृष्ण जन्माष्टमी पर ख़ास आयोजन किए जाते है। जिसको देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते है।

किस उद्देश्य से बनाया गया मंदिर

बता दें कि इस्कॉन एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था है जिसने समूचे विश्व में लगभग 400 से अधिक मंदिरों का निर्माण किया है, जो भगवान श्री कृष्ण और राधा को समर्पित है। उन्हीं में से एक इस्कॉन मंदिर हरि कृष्ण पहाड़ी, कैलाश के पूर्व दिल्ली में स्थित है। इस भव्य मंदिर का निर्माण साल 1998 में हुआ था। हरे रामा हरे कृष्णा संप्रदाय ने श्रीमद भगवत गीता के संदेश को प्रसारित करने के उद्देश्य से इस मंदिर को बनवाया था। इस मंदिर को श्री श्री राधा पार्थसारथी मंदिर के नाम से भी जाना जाता हैं। इस मंदिर में श्री राधा-कृष्ण और राम-सीता के जीवन को खूबसूरती से प्रदर्शित किया गया है। 90 मीटर से भी ऊंचे शिखर वाले इस मंदिर की वास्तु कला बहुत शानदार है। रूसी कलाकारों द्वारा, मंदिर की अंदरूनी साज-सजावट को किया गया है।

प्रवचनों को समझाने के लिए चलते है मल्टीमीडिया शो

मंदिर परिसर का शांत और निर्मल वातावरण भक्तों को शांति और सुकून का अनुभव देता है, जिससे मन प्रसन हो जाता है। मंदिर के पुजारी और भक्त हवा में अपनी बांहों को फैलाकर ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ मंत्र का उच्चारण करते हैं और आरती के समय वहां मौजूद सभी लोग एक सुर में मंत्र और ढोल की ताल पर चल रहे गीत गाते है। मंदिर के प्रांगण में एक बड़ा पुस्तक संग्रहालय भी है जहां पर आध्यात्मिक से जुडी कई पुस्तकें है। मंदिर में राधा-कृष्ण के दर्शन करने आए भक्तों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई है, जहां बिना प्याज और लहसुन से बने विभिन्न व स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते है। इसके अलावा मंदिर के मुख्य हाल में महाभारत, रामायण और भगवत गीता के विभिन्न प्रवचनों को समझाने के लिए मल्टीमीडिया शो चलते रहते है।

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