न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सीरीज को 2-1 से जीत लिया। आखिरी मुकाबला अहमदाबाद में खेला गया। उस मैच में शुभमन गिल ने काफी लाजवाब प्रदर्शन किया। लेकिन कप्तान हार्दिक पांड्या ने भी कमाल का स्पेल डाला। पांड्या ने मैच में 16 रन देकर 4 विकेट लिए। साथ ही 17 गेंद पर 30 रन की पारी खेली। इस सीरीज में खास प्रदर्शन करने के लिए पांड्या को ‘मैन ऑफ द सीरीज’ भी दिया गया।
सीरीज जीतने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरा हार्दिक ने कहा, “मुझे यह अवॉर्ड जीतने से कोई फर्क नहीं पड़ता। पूरी सीरीज के दौरान यहां ऐसे कई लोग थे जिनके परफॉर्मेंस असाधारण रहे। यह प्लेयर ऑफ द सीरीज और ट्रॉफी सभी सपोर्ट स्टाफ को समर्पित करता हूं।”
हार्दिक ने कहा- अपनी शर्तों पर खेला पसंद
मैच खत्म होने के बाद हार्दिक ने कहा, “सच कहूं तो मैं हमेशा से ही इस तरह खेलता रहा हूं। मैं पहले से कोई विचार नहीं बनाता। मैं चीजों को सरल ही बनाए रखा चाहता हूं। मेरा सीधा सरल नियम है, यदि मैं नीचे आउंगा तो यह मेरी ही शर्तों पर जाऊंगा। हमने टीम के रुप में पहले भी चुनौतियां ली हैं। उन्होंने आगे कहा, मुझे छक्के मारना पसंद है लेकिन यही जीवन है, मुझे विकसित होना है। मैंने पार्टनरशिप में विश्वास करना सीख लिया है और मैं अपने बैटिंग पार्टनर और अपनी टीम को आश्वासन देना चाहता हूं कि मैं वहां खड़ा हूं।”
धोनी के नक्शेकदम पर युवा कप्तान हार्दिक पांड्या
मैच खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में हार्दिक ने कहा, “मुझे उस भूमिका को निभाने में कोई दिक्कत नहीं है, जो कहीं न कहीं माही (धोनी) निभाते थे। उस समय, मैं युवा था और पार्क के चारों ओर मार रहा था, लेकिन जब से वह चले गए हैं। अचानक से यह जिम्मेदारी मुझ पर आ गई है। मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है। हमें परिणाम मिल रहे हैं। अगर मुझे थोड़ा धीमा खेलना है तो कोई बात नहीं।”
इन वाक्यों से जाहिर है कि हार्दिक धोनी को अपना रोल मॉडल मानते हैं। ये बात कोहली के फैंस और प्रशंसकों को रास नहीं आ रही है। सोशल मीडिया पर इसको लेकर कई तरह के मिम्स देखा जा सकता है।