पश्चिम बंगाल की ममता सरकार (Mamata Government) के कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगातार लग रहे हैं। इसी बीच अब तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल पश्चिम बंगाल के पशु तस्करी मामले (Cattle Smuggling Case) से संबंधित कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं। अनुब्रत मंडल पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के करीबी हैं। अनुब्रत मंडल को अगस्त, 2022 में एक मवेशी तस्करी मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार किया गया था। तब उन्होंने पूछताछ और पेश होने के लिए अपने वकील द्वारा 2 सप्ताह की मांग की थी। अंततः सीबीआई ने पशु तस्करी की जांच में असहयोग का हवाला देते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
ईडी की चार्जशीट
सीबीआई ने पशु तस्करी मामले में चार चार्जशीट दायर की हैं और 11 आरोपियों को नामजद किया है। इस मामले में अनुब्रत मंडल (TMC Leader Anubrata Mondal) के अंगरक्षक सहगल हुसैन को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि तृणमूल नेता के अंगरक्षक ने पशु तस्करों और मंडल के बीच पैसे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सीबीआई का दावा है कि हुसैन ने करोड़ों रुपये की संपत्ति भी अर्जित की है।
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सीबीआई के अनुसार सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने 2015 और 2017 के बीच लगभग 20,000 गायों को पकड़ा जहां सीमा पार तस्करी की जा रही थी। तब से अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में रहने की अनुमति दी थी और वह अब भी ईडी के हाथों में है। 10 मार्च, 2023 को विशेष न्यायाधीश रघुबीर सिंह ने 11 दिनों की हिरासत बढ़ा दी, जहां वह पहले 2 दिन ईडी के तहत थे। ईडी ने मवेशी तस्करी के सिलसिले में अनुब्रत मंडल की बेटी को भी तलब किया है।